
देश में कोरोना (Coronavirus) के कारण मरने वाले लोगों की संख्या अब 448 हो गई है और वहीं इसी प्रकार संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 13,430 तक पहुंच गई है। कोरोना वायरस के वैश्विक डॉटा संग्रह करने वाली वेबसाइट वर्ल्डमीटर्स के अनुसार भारत में 11,214 मरीजों का अभी भी इलाज चल रहा है जबकि 1,768 लोग ठीक हो चुके हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है जिसमें एक विदेशी नागरिक अपने देश लौट चुका है। भारत में कुल संक्रमितों के मामलों में 17 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
इस बीच सरकार ने देशवासियों को अच्छी खबर देते हुए कहा कि देश के 325 जिलों में कोरोना (Coronavirus) का एक भी केस नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के अनुसार 26 ऐसे जिलों में 14 दिनों से एक भी केस सामने नहीं आया है जहां पहले केस थे। उन्होंने बताया कि को रोना से ठीक होने की दर 12.5% है।
अग्रवाल ने कहा कि डॉटा को कई तरह से पेश किया जा सकता है लेकिन यह समझने की जरूरत है कि भारत एक भी संदिग्ध को टेस्ट से नहीं छोड़ रहा है।
आईसीएमआर के वैज्ञानिक गंगाखेड़कर ने कहा कि भारत की टेस्ट क्षमता 9 घंटे की शिफ्ट में प्रतिदिन 42,418 टेस्ट करने की है और अगर दोस्त कर दी जाए तो यह आंकड़ा 78,000 तक प्रतिदिन हो सकता है।उन्होंने बताया कि एंटीबॉडी टेस्ट की 5,00,000 के आ गई है इसकी संवेदनशीलता 80 फ़ीसदी और क्षमता 84 फ़ीसदी है। सर्विलांस और हॉटस्पॉट नजर रखने के काम आएगी क्योंकि इसकी सीमाएं हैं। आरटीपीसीआर टेस्ट की तरह बीमारी का पता नहीं लगा सकती।
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p style=”text-align: justify;”>गंगाखेड़कर ने बताया कि एंटीबॉडी टेस्ट बीमारी का पता लगाने के लिए नहीं बल्कि ट्रेंड पता करने के लिए कराए जाएंगे। उन्होंने गर्मी बढ़ने पर कोरोना वायरस (Coronavirus) का प्रभाव समाप्त हो जाने कम हो जाने से इनकार किया। गंगाखेड़कर ने बताया कि किसी भी संक्रमित व्यक्तियों को टेस्ट से वंचित नहीं किया जा रहा है।
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