
करगिल युद्ध के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल एएन औल और उनके बेटे ने एक साथ लड़ी थी जंग।
Kargil Vijay Diwas 2019: ‘मेरे पिता ने मुझे सलाह दी थी कि मैं सारी बातें अपनी मां को न बताया करूं…उन्होंने कहा था कि तुम एक सैनिक हो जो युद्ध के लिए बने हो’। करगिल युद्ध के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल एएन औल शायद इकलौते ऐसे कमांडर थे जिन्होंने यह भीषण युद्ध अपने बेटे के साथ मिलकर लड़ा था। साल 1999 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में लेफ्टिनेंट जनरल औल 56 माउंटेन ब्रिगेड के कमांडर थे। जबकि औल के बेटे अमित उस वक्त 3/3 गोरखा राइफल्स के सेकंड लेफ्टिनेंट थे। अमित मारपो ला एरिया में तैनात थे। औल और उनके बेटे अमित दोनों को ही सेना में बहादुरी के लिए पदकों से सम्मानित किया गया है। जनरल औल को उत्तम युद्ध सेवा मेडल और अमित को सेना मेडल दिया गया है।
जनरल औल के बेटे अमित ने ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ से बातचीत करते हुए बताया कि ‘मेरे पिता ने मुझे सलाह दी थी कि मैं सारी बातें अपनी मां को न बताया करूं। उन्होंने कहा था कि तुम एक सैनिक हो जो युद्ध के लिए बने हो’। अमित के पिता लेफ्टिनेंट जनरल औल वेस्टर्न कमांड के चीफ ऑफ स्टाफ के पद से रिटायर हो चुके हैं। युद्ध में अपने बेटे की चिंता उन्हें सता रही थी? इस सवाल के जवाब में जनरल औल ने कहा कि ‘युद्ध में ऐसे विचारों के लिए कोई जगह नहीं है। वह एक सैनिक था और आदेशों का पालन कर रहा था, जोकि हर सैनिक को करना चाहिए। मुझे गर्व है कि उसने बहादुरी से युद्ध लड़ा और इसके लिए उसे पदक भी मिला।’
यहां आपको बता दें कि करगिल युद्ध के दौरान करीब 2 महीने तक पिता और बेटे के बीच कोई बातचीत नहीं हो पाई थी। इस युद्ध में लेफ्टिनेंट जनरल औल 56 माउंटेन ब्रिगेड के कमांडर थे, जिसने द्रास सब सेक्टर में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण टाइगर हिल पहाड़ी पर कब्जा किया था। अब जनरल औल का परिवार पंचकूला में रहता है।
विजय दिवस: हिमालय से ऊंचा था जवानों का साहस, दुश्मन कभी नहीं भूलेगा करगिल युद्ध
Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App