जमशेदजी के दो बड़े सपनों के प्रेरणास्रोत थे विवेकानंद, शिप पर हुई दोनों की पहली मुलाकात ने बदली भारत की तकदीर
जमशेदजी टाटा (Jamsetji Tata) ने अपनी जिंदगी के चार मिशन बना लिये थे, एक स्टील मैन्युफैक्चरिंग यूनिट खोलना, एक विश्व स्तर की यूनिवर्सिटी शुरू करना, एक बड़ा होटल खड़ा करना और एक हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्लांट बनाना।
जमशेदजी टाटा: देश के पहले उद्योगपति, जिनके विचारों-कार्यों ने रखी नए हिंदुस्तान की नींव
Jamsetji Tata 14 वर्ष की आयु में बंबई आए, जहाँ उन्होंने 17 वर्ष की आयु में एलफिंस्टन कॉलेज में दाखिला लिया। यहाँ से उन्होंने कुछ वर्षों बाद ग्रीन स्कॉलर (उस समय स्नातक के समकक्ष) की परीक्षा उत्तीर्ण की। सन् 1868 में सुदूर पूर्व और यूरोप में व्यापारिक गतिविधियों में व्यस्त रहने के बाद उन्होंने 21,000 रुपए की पूँजी से एक निजी ट्रेडिंग फर्म प्रारंभ की।