शरद पवार का पावर गेम, एनसीपी की बैठक में शामिल हुए 50 विधायक

Sharad Pawar

महाराष्ट्र में शनिवार सुबह अजित पवार के उपमुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने वाले कम से कम नौ एनसीपी विधायकों ने शाम में पार्टी में वापसी करते हुए पार्टी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) के प्रति एकजुटता प्रकट की।

Sharad Pawar

बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने और एनसीपी के अजित पवार के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के समारोह के दौरान ये विधायक राजभवन में मौजूद थे। शरद पवार (Sharad Pawar) द्वारा वाई बी चव्हाण सेंटर में पार्टी की बुलाई गई बैठक में एनसीपी के 50 विधायक शामिल हुए, इनमें उदगिर के विधायक संजय बनसोडे भी पहुंचे। संजय पर आरोप है कि वो शरद पवार (Sharad Pawar) की बैठक से पहले ही मुंबई से भागने की कोशिश में थे, जिन्हें एनसीपी के कार्यक्रताओं ने रोका और पार्टी बैठक में लेकर आए। बनसोडे सुबह शपथ समारोह में अजीत पवार के साथ शामिल होने वाले 9 विधायकों में से एक हैं।


बनसोडे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं कहीं नहीं गया था। मैं पवार साहब के साथ हूं।’’ नासिक जिले के एनसीपी विधायकों दिलीप बंकर और माणिकराव कोकाटे ने अलग-अलग ट्वीट करके कहा कि शपथ ग्रहण समारोह के बारे में उन्हें अंधेरे में रखा गया था। दोनों विधायकों ने कहा कि वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ हैं और पार्टी अध्यक्ष के प्रति अपनी एकजुटता दिखाई।


इससे पहले पांच एनसीपी विधायकों राजेंद्र सिंगणो (बुलढाणा), संदीप क्षीरसागर (बीड), सुनील शेल्के (मवाल), सुनील भुसारा (विक्रमगड), नरहरि जिरवाल (डिंडोरी) और सुनील टिंगरे (वडगांव शेरी) ने सुबह में शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के बाद वापस पार्टी में लौट आए। पर्ली से एनसीपी विधायक धनंजय मुंडे के बारे में कहा गया था कि वह भी राजभवन में आयोजित समारोह में शामिल थे। शरद पवार की बैठक में वह भी शामिल हुए हैं।

एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने शनिवार की रात संवाददाताओं से कहा कि बीजेपी की नई सरकार को बहुमत साबित करने के लिए 30 नवम्बर तक का समय दिया गया है। मलिक ने कहा, हम उन्हें विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में ही हरा देंगे। हमें विश्वास है कि शिवसेना- कांग्रेस- एनसीपी सरकार बनाएगी।’ मुंबई में एनसीपी विधायकों की बैठक से बाहर निकलने के बाद मलिक ने यह जानकारी दी।

वहीं एनसीपी विधायक माणिकराव कोकाटे ने कहा कि, मैं पार्टी के खिलाफ नहीं गया हूं। अजीत दादा पवार ने मुझे कहा तो मैं राजभवन पहुंचा। चूंकि वह पार्टी विधायक दल के नेता हैं, इसलिए मैंने उनके आदेश का पालन किया। वहां क्या होने जा रहा है इसकी मुझे भनक तक नहीं थी। मैं पार्टी के साथ हूं। एक बार निर्णय करने के बाद मैं अपना निर्णय कभी नहीं बदलूंगा।

इसी बीच एनसीपी की बैठक से नदारद रहे विधायक दौलत डरोदा को ढूंढने के लिए एनसीपी के ही एक पूर्व विधायक ने थाने में गुमसुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। विधायक दौलत डरोदा सुबह राजभवन में अजित पवार के साथ शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले 9 विधायकों में से एक हैं। 

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