आंध्र प्रदेश: विशाखापट्नम में मारे गए 6 नक्सलियों का शव पोस्टमार्टम के लिए हॉस्पिटल पहुंचा

आंध्र प्रदेश के विशाखापट्नम के थेगलमेट्टा में आंध्र प्रदेश पुलिस के ग्रेहाउंड कमांडर और नक्सलियों (Naxalites) के बीच चली मुठभेड़ में 6 नक्सली मारे गए थे।

Jharkhand Police

सांकेतिक तस्वीर

मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों (Naxalites) में रानादेव उर्फ अर्जुन (डीसीएम), संदे गंगैया उर्फ अशोक (डीसीएम), संतू नचिका (एसीएम), ललिता, अंजू और पाइके शामिल हैं।

विशाखापट्नम: आंध्र प्रदेश के विशाखापट्नम के थेगलमेट्टा में आंध्र प्रदेश पुलिस के ग्रेहाउंड कमांडर और नक्सलियों (Naxalites) के बीच चली मुठभेड़ में 6 नक्सली (Naxalites) मारे गए थे। इन्हें बीते गुरुवार देर रात को पोस्टमार्टम के लिए नसीपट्टम क्षेत्र के अस्पताल लाया गया। यहां नसीपट्टम के ओएसडी सतीश कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम शुक्रवार को किया जाएगा, जिसके बाद शवों के दावेदारों को उनका मृत शरीर वापस लौटा दिया जाएगा।

मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों (Naxalites) में रानादेव उर्फ अर्जुन (डीसीएम), संदे गंगैया उर्फ अशोक (डीसीएम), संतू नचिका (एसीएम), ललिता, अंजू और पाइके शामिल हैं।

मुठभेड़ करने वाले कमांडरों में शामिल कुमार ने कहा कि हमने पहले ही नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने लिए कह दिया था, लेकिन उनकी तरफ से कोई बातचीत नहीं की गई।

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वहीं नक्सलियों के प्रभावशाली नेता रणदेव के मारे जाने को नक्सलियों के लिए बड़ा झटका बताया जा रहा है। इसके अलावा उस क्षेत्र के नक्सलियों के एकमात्र डॉक्टर सांदे गगैया उर्फ डॉ. अशोक का जाना भी सदमे से कम नहीं है। जानकारी के मुताबिक उस एरिया के नक्सलियों की आपात स्थिति को डॉक्टर अशोक ही संभाल रहा था।

वही मरने वाले नक्सलियों का परिचय देते हुए पुलिस अधीक्षक बी कृष्ण राव ने बताया कि रणदेव ओडिशा के मलकानगिरी का रहने वाला है।

सूत्रों के अनुसार अंजू और संतू (AOBSZC) के सचिव गजरला रवि उर्फ उदय का निजी बॉडीगार्ड था।

वहीं गंगैया उर्फ डॉक्टर अशोक तेलंगाना के पेदापेल्ली का रहने वाला था। साल 2003 में हुए अलीपिरी क्लेमोर माइन ब्लास्ट का मास्टरमाइंड राजामौली उर्फ प्रसाद का भाई था। आपको बता दें कि इस ब्लास्ट में राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू भी घायल हुए थे।

बताते चलें कि राजा मौली भाकपा की केंद्रीय समिति का सदस्य था और वह साल 2007 में अनंतपुर के एक मुठभेड़ में मारा गया था। इसके अलावा राजामौली का चचेरा भाई संदे रजैया भी साल 1996 में मुठभेड़ के दौरान मारा गया।

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