क्रांति के नाम हत्यारा बना डाला, अक्ल ठिकाने आई तो डाल दिया हथियार
उसे लगता था कि गरीब और सताए हुए लोगों की जिंदगी बदलने के लिए वह संघर्ष कर रहा था। पर, उसके संघर्ष से कुछ भी नहीं बदला। उल्टा उसे एहसास हो गया कि वह जो तथाकथित संघर्ष कर रहा था, वह दरअसल एक ऐसा रास्ता है, जिसपर सिर्फ अंधेरा ही अंधेरा है।