फिल्मों में नए प्रयोग करने वाले एकलौते दिलेर हैं कमल हासन

Kamal Haasan

Birthday Special: कमल हासन (Kamal Haasan) भारतीय सिनेमा के सबसे आदरणीय और प्रतिभावान अभिनेताओं में से एक हैं। हालांकि बॉलीवुड में उन्होंने अधिक सफलता नहीं पाई, लेकिन दक्षिण भारतीय फिल्मों के वह बहुत बड़े कलाकार हैं और उन्हें दक्षिण भारतीय फिल्म स्टार रजनीकांत के समकक्ष माना जाता है।

Kamal Haasan

7 नवंबर, 1954 को जन्मे कमल अपनी माता राजलक्ष्मी और पिता श्रीनिवासन की चौथी और सबसे छोटी संतान हैं। कमल हासन (Kamal Haasan) ने मात्र आठवीं कक्षा तक पढ़ाई की। स्कूल जाने की बजाय वह फाइन आर्ट्स में प्रशिक्षण लेने लगे। मात्र 6 साल की उम्र में ही उन्होंने बाल कलाकार के रूप में फिल्म ‘कालाथुर कन्नम्मा’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। साल 1959 में इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट का पहला नेशनल अवॉर्ड मिला। उसके बाद उन्होंने एम जी आर, शिवाजी गणेशन और जैमिनी गणेश के साथ बाल कलाकार के रूप में काम किया। किशोरावस्था में ही उन्होंने फिल्मों में सहायक कोरियोग्राफर के रूप में काम करना शुरू कर दिया और तमिल फिल्म निर्देशक के बालाचंदर के निर्देशन में अपूर्वा रागंगल के साथ काम किया। उन्होंने कई प्रयोगात्मक और यादगार फिल्में की।

उन्होंने फिल्म ‘पाधिनारू वायाधिनिले’ में एक ग्रामीण मूर्ख, (तमिल, 1977) ‘एक दूजे के लिए’ (हिंदी, 1981) में एक युवा पागल प्रेमी, ‘नायागन’ में एक माफिया बॉस (तमिल, 1987), ‘अपूर्वा सहोदररगल’ (तमिल, 1989) में तिहरी भूमिका, ‘गुना’ (तमिल, 1991) में एक मानसिक रूप से विक्षिप्त प्रेमी, ‘अवाई शानमुघी’ (तमिल, 1996) में क्रॉस पहने हुए नैनी की भूमिका, ‘इंडियन’ (तमिल, 1996) में एक पुराने देशभक्त की यादगार भूमिका की। इन भूमिकाओं का अर्थ है वेशभूषा और मेकअप में बार-बार परिवर्तन करना और संवाद अदायगी में भी विविधता लाना। हालांकि, उनका खुद का प्रोडक्शन ‘हे राम’ और ‘आलावंधन’ सक्सेस नहीं हुआ। इसके लिए उन्होंने स्क्रिप्ट भी लिखी थी। उसके बाद दर्शकों को लगा कि उनका समय खत्म हो गया। लेकिन ‘अनबे सिवम’ और हिंदी कॉमेडी फिल्म ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ की तमिल रीमेक ‘वासूल राजा एमबीबीएस’ की सफलता ने आलोचकों का मुंह बंद कर दिया।

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मातृभाषा तमिल होने के बावजूद उन्होंने हिंदी, तेलुगू और मलयालम फिल्मों में भी काम किया। कमल हासन (Kamal Haasan) ने बचपन से अब तक 200 फिल्मों में काम करके लगभग 200 पुरस्कार जीते हैं, जिनमें चार राष्ट्रीय पुरस्कार भी शामिल हैं। कमल ने फिल्म ‘कालाथूर कन्नम्मा’ के अलावा फिल्म ‘नयागन’, ‘मूंद्रम पिराई’ और ‘इंडियन’ के लिए भी तीन बार नेशनल फिल्म अवार्ड जीता है। उन्होंने साल 1983 और 1985 में आयोजित एशियन फिल्म फेस्टिवल में ‘सागर संगमम’ और ‘स्वाति मुख्यम’ के लिए बेस्ट एक्टर अवार्ड भी पाया।

उनकी फिल्में ऑस्कर के लिए भेजी जा चुकी हैं। उन्होंने 18 बार फिल्म फेयर अवार्ड जीता है। उन्हें साल 1990 में ‘पद्मश्री’ से भी नवाजा गया। उन्हें 2005 में चेन्नई के ‘सत्यभामा डीम्ड यूनिवर्सिटी’ द्वारा डॉक्टरेट उपाधि से भी सम्मानित किया गया। बहुमुखी प्रतिभा के धनी कमल हासन (Kamal Haasan) डांस, डायरेक्शन और एक्शन के पुरोधा हैं और उन्होंने संवादहीन फिल्म भी बनाई है। उन्होंने एक फिल्म में मृत व्यक्ति की लंबी मनोरंजक भूमिका भी निभाई है। उन्होंने ‘चाची 420’ में महिला की भूमिका भी निभाई है।

Kamal Haasan

दूसरे अभिनेताओं की तरह ही कमल की व्यक्तिगत जिंदगी भी मीडिया में चर्चा का विषय रही। उन्होंने अभिनेत्री-नर्तकी वाणी गणपति से पहली शादी की। लेकिन कुछ ही समय बाद उनसे तलाक लेकर हिंदी फिल्म अभिनेत्री सारिका से शादी की। उनके दो बच्चे हैं। मुंबई की सारिका ने भी कमल की तरह बाल कलाकार की हैसियत से काम शुरू किया था और सारिका व कमल का विवाह भी लंबे समय तक चला। लेकिन बाद में सारिका से भी उनका तलाक हो गया। इस संबंध के टूटने के समय कमल हासन (Kamal Haasan) अपनी पहली हिंदी फिल्म ‘हे राम’ बना रहे थे, जिसमें रानी मुखर्जी के साथ उनके कुछ प्रेम दृश्य भी थे। इस फिल्म के एक दृश्य में कमल ने एक बंदूक को स्त्री में बदलते हुए ट्रिक फोटोग्राफी से प्रस्तुत किया था। उस दौर में उनकी ‘सेक्स फंतासी’ अजीबोगरीब थी। बाद में बनाई गई जुड़वा भाइयों की एक फिल्म ‘अभय’ में भी उनकी फंतासी की झलक थी।

इतिहास में आज का दिन – 07 नवंबर

‘ईश्वर’ और ‘विरासत’ जैसी फिल्मों के मूल संस्करण में काम करने वाले कमल हासन (Kamal Haasan) कुछ समय के लिए वात्सायन के कालखंड में चले गए थे। लेकिन वह ‘दशावताराम’ के साथ दोबारा लौट आए। परदे के पीछे कमल हासन (Kamal Haasan) द्वारा अभिनीत 10 भूमिकाओं वाली अजीबोगरीब फिल्म ‘दशावतार’ जून, 2009 में रिलीज हुई और इसका हिंदी संस्करण कुछ सप्ताह बाद प्रदर्शित हुआ। ध्यान देने वाली बात है कि दक्षिण में बनी एक फिल्म के हिंदी संस्करण में संजीव कुमार ने 9 भूमिकाएं निभाई थी, जो नाट्यशास्त्र में प्रतिपादित नौ रसों को अभिव्यक्त करने का प्रयास था। 65 साल की उम्र में भी कमल अत्यधिक सक्रिय हैं और चुनौतीपूर्ण भूमिकाओं को करने से नहीं डरते हैं। बॉलीवुड में आमतौर पर अभिनेता अधिक प्रयोग नहीं करते हैं क्योंकि फिल्मों में नए प्रयोग सफलता की गारंटी नहीं होते हैं। लेकिन कमल हासन (Kamal Haasan) इसके अपवाद हैं।

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