झारखंड के सरायकेला इलाके में कुख्यात नक्सली नेता अनल दा उर्फ रमेश मांझी का करीबी प्रकाश गोप ने प्रशासन के योजनाओं से प्रभावित होकर सरेंडर कर दिया है। नक्सली प्रकाश (Naxali Prakash) ने एएसपी पुरुषोत्तम कुमार और एसडीपीओ संजय कुमार के समक्ष हथियार डाले।
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गौरतलब है कि 22 वर्षीय प्रकाश गोप (Naxali Prakash) नक्सल नेता अनल दा का बॉडीगार्ड रहा है। कुचाई थाने के छोटासगई पंचायत के कुम्ब्रम टोला निवासी प्रकाश वर्ष 2019 में संगठन में शामिल हुआ था। इस दौरान उसने अनल दा उर्फ रमेश मांझी की टीम के साथ कई आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया था। प्रकाश के खिलाफ कुचाई थाने में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मुकदमा भी दर्ज है।
नक्सली प्रकाश गोप (Naxali Prakash) की गिरफ्तारी के बाद एसपी आनंद प्रकाश ने बताया कि नक्सल संगठन के वरिष्ठ नेताओं और कमांडरों द्वारा कैडरों का शोषण और प्रशासन की पुनर्वास योजनाओं से प्रभावित होकर लगातार हार्डकोर नक्सली संगठन छोड़ मुख्य धारा से जुड़ने के लिए सरेंडर कर रहे हैं। इसी के तहत पिछले वर्ष सीपीआई माओवादी संगठन का एरिया कमांडर राकेश मुंडा और चाँदनी सरदार ने जिला पुलिस के सामने सरेंडर किया था। इसके थोड़े ही दिनों बाद अनल दा की टीम के एरिया कमांडर बैलून सरदार सहित गाजू उर्फ सूरज सरदार और गीता मुंडा ने भी हिंसा का रास्ता छोड़ दिया।
एसपी आनंद प्रकाश के अनुसार, पिछले दिनों देश के मोस्ट वांटेड नक्सली प्रशांत बोस उर्फ बूढ़ा और उसकी पत्नी सहित चार नक्सलियों की गिरफ्तारी के बाद से संगठन में बिखराव की स्थिति देखने को मिल रही है। यही कारण है कि कमजोर होते संगठन को छोड़कर कई प्रशासन की सरेंडर नीति का फायदा लेना चाह रहे हैं।