झारखंड के जमशेदपुर जिले में पुलिस ने एक बड़ी नक्सली साजिश को नाकाम कर दिया है। पूर्वी सिंहभूम जिले के बोड़ाम थाना क्षेत्र की दलमा पहाड़ी से होते हुये कोंकादोसा गांव की ओर जाने वाले रास्ते में 14 लैंडमाइंस (Land Mines) बिछाये गये थे। जिसे समय रहते जमशेदपुर पुलिस ने बरामद कर निष्क्रिय कर दिया। पुलिस के अनुसार, पुलिस को टारगेट करने के लिए सड़क के समीप छिपाये गये इन प्रत्येक लैंडमाइंस का वजन करीब 5 किलो है। जिसे समय रहते बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड की टीम ने निष्क्रिय किया।
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दरअसल, एसएसपी डॉ एम तमिल वानन के अनुसार, शुक्रवार को पुलिस की ओर से नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान पुलिस पार्टी को कच्चे रास्ते में तार बिछा दिखाई दिया, जिसकी सघनता से छानबीन की गई तो पता चला कि यहां कई लैंडमाइन (Land Mines) बिछाए गए हैं। इसके फौरान बाद रांची से बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड को बुलाकर सारे लैंडमाइन्स को निष्क्रिय किया गया।
गौरतलब है कि पिछले कई समय बाद दलमा पहाड़ी इलाके में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया है। ऐसे में इस हमले की कोशिश करने वाले आरोपियों की तलाश में पुलिस का सर्च अभियान शुरू हो गया है। नक्सलियों की धड़-पकड़ के लिए पुलिस स्थानीय ग्रामीणों की भी मदद ले रही है।
एसएसपी समेत पुलिस के तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंच गये थे। एसएसपी के मुताबिक, इन लैंडमाइंस (Land Mines) और सड़क पर बिछाए गए तार को देखकर लग रहा है कि बीते 5 महीने पहले इसे बिछाया गया था। पुलिस पार्टी की कार्रवाई जारी है।
खबरों के मुताबिक, पटमदा और बोड़ाम का इलाका दलमा पहाड़ी से सटा हुआ है। ये पूरा पहाड़ी इलाका बंगाल की सीमा से सटा हुआ है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक इस इलाके में वांछित नक्सली रामदास मार्डी उर्फ सचिन और असीम मंडल उर्फ आकाश का समूह सक्रिय है। इन दोनों नक्सली समूहों की संलिप्तता जमशेदपुर के झामुमो सांसद सुनील महतो की हत्या मामले में भी रही है।
गौरतलब हैं कि रामदास मार्डी पटमदा के झुझका गांव का रहने वाला है। रामदास इतना शातिर है कि वो कई बार घिरने के बावजूद पुलिस की छापेमारी से बच निकलता है। पुलिस के मुताबिक, उसके परिवार वालों पर आत्मसमर्पण करने का दबाव बनाया जाता रहा है।