पाकिस्तान (Pakistan) ने पिछले महीने अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान के सत्ता में आने के बाद शरणार्थियों का तांता लगने के डर से पड़ोसी देश से लगे प्रमुख सीमा पारगमन (क्रासिंग) को बृहस्पतिवार को अस्थायी रूप से बंद कर दिया।
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‘जियो न्यूज’ ने सूत्रों के हवाले से बताया कि खैबर पख्तूनख्वा में तोरखम शहर के बाद अफगानिस्तान (Afghanistan) से लगे दूसरे सबसे बड़े सीमा बिंदु चमन बॉर्डर क्रॉसिंग को सुरक्षा खतरों के कारण बंद कर दिया गया है। इससे पहले दिन में‚ गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने कहा था कि सुरक्षा खतरों के कारण चमन क्रॉसिंग को कुछ दिनों के लिए बंद किया जा सकता है।
पाक गृह मंत्री के अनुसार, हम कुछ समय के लिए चमन क्रॉसिंग को बंद कर देंगे। हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया कि सीमा कब तक बंद रहेगी। गृह मंत्री ने बस इतना बताया कि सीमा और उसके आसपास शांति है।
गृह मंत्री राशिद के मुताबिक‚ हमारी सेना सीमा पर मौजूद है। देश की सुरक्षा के लिए वे जो सेवा कर रहे हैं‚ उसके लिए हमें अपने सुरक्षा संस्थानों पर गर्व है। पाकिस्तान (Pakistan) अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता चाहता है और अफगानिस्तान में शांति पाकिस्तान में अमन के लिए महत्वपूर्ण है।
यह क्रॉसिंग पाकिस्तान (Pakistan) के सीमावर्ती शहर चमन को अफगानिस्तान (Afghanistan) के कंधार प्रांत में स्पिन बोल्डक से जोड़ती है और दोनों देशों के बीच व्यापार के लिए अफगानों द्वारा अक्सर उपयोग किया जाता है। सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार हजारों अफगान पाकिस्तान में घुसने के लिए क्रॉसिंग के आसपास जमा हो रहे हैं। पाक ने पहले की घोषणा की थी कि वह और अधिक शरणार्थियों को स्वीकार करने की स्थिति में नहीं है।
साल 1979 में अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तत्कालीन सोवियत संघ के आक्रमण के बाद से करीब 30 लाख अफगान शरणार्थी पाकिस्तान में रह रहे हैं। पाकिस्तान के अधिकारियों ने आशंका जताई है कि यदि सीमा नियमों में ढील दी गई तो करीब दस लाख और अफगान देश में घुस जाएंगे।
फिलहाल‚ अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान (Pakistan) की 2500 किमी से अधिक लंबी सीमा के 90 फीसदी से ज्यादा हिस्से पर बाड़ लगा दी गई है और केवल एक दर्जन क्रॉसिंग प्वॉइंट ही वैध यात्रा दस्तावेज रखने वालों को प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।