नक्सलियों (Naxalites) ने एक साल में तीन ग्रामीणों की पुलिस के लिए मुखबिरी करने के शक में हत्या कर दी है। इससे गांव वाले नक्सलियों के खिलाफ हो गए हैं।
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में नक्सलियों (Naxalites) की ओर से लगातार किए जा रहे उपद्रव के बाद पुलिस (Police) ने इनके मंसूबों को नाकाम करने के लिए कमर कस लिया है। खासकर बालाघाट जिले से इन्हें खदेड़ने के लिए जाल बिछाया जा रहा है। नक्सलियों (Naxals) के लिए पुलिस जंगल में पूरी प्लानिंग के साथ बैठी है।
यहां पुलिस ने नक्सलियों को ढेर करने के लिए जबरदस्त प्लान तैयार किया है। हाल ही में हुए नक्सली एनकाउंटर के बाद नक्सलियों के पलटवार को लेकर पुलिस अलर्ट पर है। नक्सलियों को रूट ब्रेक करने पुलिस मास्टर प्लान पर काम कर रही है। जिन जंगलों को नक्सली अपनी शरणस्थली मान रहे थे, वही जंगल अब उनके लिए खतरनाक साबित हो रहे हैं।
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जिन जंगलों को नक्सली (Naxalites) सुरक्षित समझकर अपनी तादाद बढ़ा रहे थे, वहां अब खुद को घिरा हुआ पा रहे हैं। 11 अलग-अलग स्थानों पर पुलिस ने नक्सलियों का रूट ब्रैक करने घात लगाया है। नक्सली गुहा की गिरफ्तारी के बाद गांवों से इनका संपर्क कम हुआ है। पुलिस ने अपने सूचना तंत्र को और मजबूत किया है। जिसके चलते पुलिस और मुखबिर इनकी हर हरकत पर नजर रखे हुए हैं।
अब जंगलों में नक्सलियों के लिए हर रास्ते पर खतरा बढ़ गया है। यहां जिले की सीमा में वसूली करने और ग्रामीणों में खौफ फैलाने के इरादे से घुसे नक्सलियों ने कई बार उत्पात मचाया है। वे अपनी ताकत दिखाने के हिंसक कारनामों को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने कई बार आगजनी की घटना को अंजाम दिया है।
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साथ ही नक्सलियों (Naxals) ने एक साल में तीन ग्रामीणों की पुलिस के लिए मुखबिरी करने के शक में हत्या कर दी है। इससे गांव वाले नक्सलियों के खिलाफ हो गए हैं। गांव वालों के बीच नक्सलियों की पकड़ कमजोर हो गई है। नक्सली अब जंगलों में अपने ठिकाने तलाश रहे हैं।
हालांकि, नक्सली बादल की गिरफ्तारी और महिला नक्सली के हाल ही मारे जाने के बाद से जंगलों में मुस्तैद मुखबिर दहशत में आ गए हैं। जिनकी सुरक्षा को लेकर पुलिस ने अलर्ट जारी कर खास इंतजाम किए हैं। पुलिस का कहना है कि मुखबिर पूरी तरह सुरक्षित हैं। जानकारी के अनुसार, नक्सली (Naxalites) दिन में बिना वर्दी के घूम रहे हैं।
इससे भी खास बात यह है कि दिन में जंगलों में सर्चिंग कर रही पार्टी पर निगरानी रखने नक्सली पेड़ पर कुल्हाड़ी लेकर बैठ रहे हैं ताकि उनके पास से गुजरने वाली पुलिस पार्टी को उन पर संदेह न हो और आम ग्रामीण समझकर पुलिस उन तक न पहुंच सके।
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बालाघाट के एसपी अभिषेक तिवारी के अनुसार, “जंगलों में बल मुस्तैद है। नक्सली अपने इरादों पर कामयाब नहीं हो पाएंगे,उन्हें पुलिस मुहतोड़ जबाब देगी। नक्सलियों ने जान-माल को नुकसान पहुंचाकर बहुत बड़ी गलती है। पुलिस उन्हें जिले की सीमा से खदेड़कर ही दम लेगी। उन्हें ढेर करने पुलिस ने जंगलों में मौत का जाल बिछाया है। पुलिस पूरी तरह अलर्ट है ,साथ ही पुलिस सर्चिंग कर रही है। पीएलजीए सप्ताह को लेकर खास प्लान पर काम किया जा रहा है।”