Exclusive Story: संगठन के आला कमान ने किया नक्सली नेताओं का ट्रांसफर, कुख्यात कृष्णा हांसदा को मिली पारसनाथ इलाके की कमान

संगठन (Naxal Organization) के आला कमान ने बड़े नक्सलियों (Naxals) का ट्रांसफर अलग-अलग क्षेत्रों में कर दिया है। इसके पीछे नक्सलियों का मकसद कमजोर हो रहे भाकपा माओवादी संगठन के वर्चस्व को बढ़ाना और लेवी वसूली कर संगठन को आर्थिक रूप से मजबूत करना है।

Naxali

सांकेतिक तस्वीर।

कुख्यात नक्सली (Naxali) कृष्णा हांसदा पीरटांड प्रखंड के गांव मंझलाडीह का रहने वाला है। वह लगभग 20 सालों से भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के लिए काम कर रहा है।

Exclusive Story: संगठन (Naxal Organization) के आला कमान ने बड़े नक्सलियों (Naxals) का ट्रांसफर अलग-अलग क्षेत्रों में कर दिया है। इसके पीछे नक्सलियों का मकसद कमजोर हो रहे भाकपा माओवादी संगठन के वर्चस्व को बढ़ाना और लेवी वसूली कर संगठन को आर्थिक रूप से मजबूत करना है।

सूत्रों के अनुसार, शीर्ष नेताओं ने झारखंड (Jharkhand) के पारसनाथ इलाके के कुख्यात नक्सली कमांडर (Naxali Commander) अजय महतो का ट्रांसफर सारंडा क्षेत्र में करते हुए पारसनाथ के लिए नया नक्सली कमांडर नियुक्त कर दिया है। नक्सली नेताओं (Naxal Leaders) ने कृष्णा हांसदा को इस इलाके की जिम्मेदारी दी है। बता दें कि कुख्यात नक्सली (Naxali) कृष्णा हांसदा के कई नाम हैं। वह अविनाश मांझी उर्फ गौरव के नाम से भी संगठन में जाना जाता है।

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कुख्यात कृष्णा हांसदा पीरटांड प्रखंड के गांव मंझलाडीह का रहने वाला है। वह लगभग 20 सालों से भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के लिए काम कर रहा है। वह भाकपा माओवादी सेंट्रल कमेटी के सदस्य अनल उर्फ राम मांझी पति राम मांझी का करीबी है। पारसनाथ इलाके में पिछले 5 सालों में हुई कई नक्सली वारदातों (Naxal Incidents) में वह शामिल रहा है।

गिरिडीह पुलिस ने इस कुख्यात नक्सली (Naxali) के खिलाफ कई मामले दर्ज किए हैं। कृष्णा पर डुमरी प्रखंड के झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता चुटका मांझी की गोली मार कर हत्या करने, दिनेश हेंब्रम की हत्या, साल 2019 में पुल उड़ाने सहित कई हिंसक घटनाओं के मामले दर्ज हैं। कृष्णा की तलाश पुलिस को लंबे समय से है।

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बताया जाता है कि कृष्णा हांसदा के हाथों में अब पारसनाथ क्षेत्र का कमान आ जाने से नक्सली संगठन (Naxal Organization) फिर से सिर उठाने की कोशिश करेंगे। ‘सिर्फ सच’ की टीम को मिली जानकारी के मुताबिक, इलाके में नक्सलियों (Naxalites) का वर्चस्व बढ़ाने के लिए कृष्णा पारसनाथ के आस-पास के आदिवासी इलाकों में युवाक और युवतियों को संगठन में भर्ती करवाने की पूरी कोशिश कर रहा है।

पारसनाथ का कमान संभालते ही कृष्णा हंसदा ने कई वारदातों को अंजाम दिया है। रीजनल कमेटी का सदस्य कृष्णा हंसदा अब गिरिडीह के साथ-साथ धनबाद जिले में भी आतंक मचा रहा है। संगठन कमजोर होने के बावजूद लेवी का धंधा कमजोर नहीं पड़ा है।

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हाल ही में गिरिडीह के डुमरी में मॉडल कॉलेज तथा और बिरनी में पुल बना रहे ठेकेदारों के कैंप और कार्यालय पर हमला एवं आगजनी की घटना हुई है। यह इन्हीं नक्सलियों की करतूत थी।

हालांकि, पुलिस दिन-रात एक कर उसे ढूढ़ रही है। पुलिस (Police) और सीआरपीएफ (CRPF) के डीआईजी ने 1 सप्ताह पूर्व नक्सलियों की धरपकड़ के लिए उच्च स्तरीय बैठक की थी। इस दौरान नक्सली (Naxali) कृष्णा और उसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए योजना भी बनाई गई।

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डीआईजी के निर्देश के बाद हार्डकोर नक्सलियों को पकड़ने के लिए सीआरपीएफ (CRPF) और पुलिस (Police) पीरटांड़ एवं डुमरी प्रखंड के जंगली इलाकों में लगातार छापेमारी कर रही है। इस अभियान में पुलिस ने कृष्णा के एक गुर्गे को भी गिरफ्तार किया है। उससे कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिलने की उम्मीद है। पुलिस अब जल्द ही पारसनाथ की कमान संभाल रहे नए नक्सली नेता कृष्णा हांसदा को भी सलाखों के पीछे भेजेगी।

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