छत्तीसगढ़ के घोर नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के समक्ष नक्सली दंपति ने सरेंडर कर दिया है। दोनों ने नक्सली संगठन (Naxals Group) की खोखली विचारधारा, भेदभाव पूर्ण रवैया और प्रताड़ना से तंग आकर सरेंडर करने का फैसला किया। प्रशासन ने दोनों को 10-10 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के तौर पर दिया।
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बीजापुर जिले के पुलिस अधिकारिय के मुताबिक, जिले में मिलिशिया प्लाटून का स्वयंभू सेक्शन कमाण्डर 32 वर्षीय कोरसा लच्छु और 29 वर्षीय उसकी पत्नी कोरसा अनिता ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, नक्सली कोरसा लच्छु 2002 में नक्सली संगठन (Naxals Group) में शामिल हुआ था और 2008 में अनिता से उसका विवाह हुआ। 17 सालों तक लगातार नक्सली संगठन में काम करने के कारण 2019 में कोरसा को मिलिशिया प्लाटून में सेक्शन कमांडर के पद पर पदोन्नत किया गया। इस दौरान लच्छु के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास और आगजनी जैसी घटनाओं में शामिल होने का आरोप है।
वहीं लच्छु की पत्नी अनिता भी 2003 में नक्सली संगठन (Naxals Group) में शामिल हुई थी और गांवों के महिला संगठन के साथ मिलकर भोली-भाली औरतों को संगठन में जोड़ने का कार्य कर रही थी।