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…जब CRPF जवान अंजनी कुमार और उनकी टीम नक्सिलयों पर कहर बनकर टूटी, भाग खड़े हुए थे दुश्मन

सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट अंजनी कुमार।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर जिले के तमोड़ी गांव में 14 फरवरी, 2014 सुबह 4 बजे असिस्टेंट कमांडेंट अंजनी कुमार (Anjani Kumar) के नेतृत्व में सीआरपीएफ (CRPF)  टीम ने नक्सलियों (Naxalites) पर कहर बरपाया था।

केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के असिस्टेंट कमांडेंट अंजनी कुमार (Anjani Kumar) की जांबाजी के लिए विख्यात हैं। वे बेहद ही चालाकी से दुश्मनों पर कहर बनकर टूटते रहे हैं। अंजनी का नाम सीआरपीएफ के ऐसे जवानों में लिया जाता है जो कि दुश्मनों के छक्के छुड़ा देते हैं।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर जिले के तमोड़ी गांव में 14 फरवरी, 2014 सुबह 4 बजे सीआरपीएफ (CRPF) टीम ने ऐसा कहर बरपाया था जिसे याद कर नक्सली (Naxalites) आज भी थर-थर कांप उठते होंगे। नक्सलियों के दल के विरुद्ध सर्च एंड डिस्ट्राय ऑपरेशन के दौरान सीआरपीएफ कोबरा युनिट के जवानों द्वारा अतुल्य साहस और वीरता के प्रद्रशन के लिए जवानों को पुलिस पद से अलंकृत किया गया था।

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दरअसल, सीआरपीएफ को इनपुट मिला था कि नक्सली कमांडर के नेतृत्व में नक्सलियों का तमोड़ी गांव पर जमावड़ा है। जैसे ही इसकी पुष्टि हुई असिस्टेंट कमांडेंट अंजनी कुमार (Anjani Kumar) के नेतृत्व में नक्सलियों के दल के विरुद्ध सर्च एंड डिस्ट्राय ऑपरेशन लॉन्च कर दिया गया।

बैकअप टीम के साथ चुपके-चुपके नक्सलियों के कैंप के पास पहुंचा गया। जैसे ही हमारे जवान कैंप के पास पहुंचे वैसे ही नक्सिलियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी गई। इस ऑपरेशन में अंजनी कुमार और उनकी टीम ने एक नक्सली को मार गिराया था।

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मारे गए नक्सली की लाश को सीआरपीएफ ने अपने कब्जे में ले लिया था और इसे देखकर मौके पर फायरिंग कर रहे नक्सली घबरा गए और मौके से भाग खड़े हुए थे। नक्सलियों को इस बात का आभास हो चुका था कि अंजनी कुमार (Anjani Kumar) और उनकी कोबरा टीम कितनी घातक है।