China: चीन के लिए कहा जाता है कि वह गरीब देशों को इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में मदद करने के नाम पर अपने कर्ज के जाल में फंसा रहा है और इससे उसे राजनीतिक और रणनीतिक मुनाफा मिलता है।
भारत (India) अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) और चीन (China) से लगातार चुनौतियां मिल रही हैं। पाकिस्तान के सहारे चीन भारत को घेरने की कोशिश में है। चीन, पाकिस्तान में भारी-भरकम निवेश कर रहा है। अगर यह कहा जाए कि चीन पाकिस्तान का बिग ब्रदर है तो गलत नहीं होगा।
ऐसा इसलिए क्योंकि सारे तथ्य इस दावे का पुख्ता करते हैं। ग्वादर में एक बड़ा सा पोर्ट और ‘चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर’ सबसे अहम है। ये कॉरिडोर गिलगित-बाल्टिस्तान से गुजर रहा है। भारत इस परियोजना पर अपना विरोध भी जता चुका है।
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मालूम हो कि भारत पूरे जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) को अपना ‘अभिन्न अंग’ मानता है जिसमें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान दोनों आते हैं। ऐसे में चीन का इन इलाकों में दखल देना भारत के लिए आने वाले समय में बड़ी चुनौती बन सकता है। चीन अपने व्यापार को यहां से बढ़ाएगा ऐसे में भारत को भी सतर्क रहने की जरूरत है।
चीन (China) के लिए कहा जाता है कि वह गरीब देशों को इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में मदद करने के नाम पर अपने कर्ज के जाल में फंसा रहा है और इससे उसे राजनीतिक और रणनीतिक मुनाफा मिलता है। ऐसे में पाकिस्तान को वह आने वाले समय में हमारे खिलाफ भी इस्तेमाल कर सकता है।
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भारत हमेशा से कहता आया है कि 1947 में हुए विलय के आधार पर पूरा जम्मू-कश्मीर राज्य भारत का अभिन्न हिस्सा है। ‘गिलगित-बाल्टिस्तान’ इलाका उसी राज्य में शामिल है। पाकिस्तान को इस इलाके को खाली करना ही होगा।