1962 के युद्ध के बाद भारत ने कई बार खोई है अपनी जमीन, जानें क्या है सलामी स्लाइसिंग
सलामी स्लाइसिंग एक तरह की टुकड़े-टुकड़े नीति है, इसका इस्तेमाल करके चीन पहले किसी क्षेत्र में अपना दावा करता है, फिर वह अपनी बात दोहराता रहता है।
क्या ‘गिलगित-बाल्टिस्तान’ पर पाकिस्तान का कब्जा अवैध है? जानें मौजूदा स्थिति
भारत कहता आया है कि 1947 में हुए विलय के आधार पर पूरा जम्मू कश्मीर राज्य भारत का अभिन्न हिस्सा है। 'गिलगित-बाल्टिस्तान' इलाका उसी राज्य में शामिल है।
पाकिस्तान के सहारे भारत को घेर रहा चीन! जानें ड्रैगन का निवेश प्लान
चीन के लिए कहा जाता है कि वह गरीब देशों को इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में मदद करने के नाम पर अपने कर्ज के जाल में फंसा रहा है।
क्यों जानवरों से जासूसी करवाते हैं दुश्मन? जानें सेना कैसे निपटती है
Indian Army: अक्सर सुनने में आता है कि चीन ने याक भेज दिया या पाकिस्तानी कबूतर सीमा के पास पकड़ा गया। सेनाएं ऐसे में काफी अलर्ट रहती हैं।
…जब 1975 में चीनी आर्मी ने भारतीय सेना पर अटैक किया
Indian Army: असम राइफल्स के जवानों की पेट्रोलिंग टीम पर अटैक किया गया था। इस हमले में चार भारतीय जवान शहीद हो गए थे। चीनी सेना की इस हरकत पर भारत बुरी तरह से भड़क गया था।
…जब भारत ने नाथु ला से सेबू ला तक तार लगाकर बॉर्डर पर ठोका दावा
दोनों देशों के बीच 1967 में सीमा विवाद के चलते टकराव हुआ था। दरअसल भारत ने नाथु ला से सेबू ला तक तार लगाकर बॉर्डर को परिभाषित किया था।
चीन इस चाल का करता है इस्तेमाल, जानें क्यों चालाक लोमड़ी की तरह है ये देश
चीन (China) विस्तारवाद की नीति अपनाता है और कई इलाकों पर आज भी अपना दावा करता है। इसके अलावा वह समुद्र में भी अपना दावा ठोकता है जबकि उसका दूर-दूर तक उस इलाके से कुछ भी लेना देना नहीं।
सरहद पर इन जगहों को लेकर भारतीय सेना को रहती है चिंता, जानें क्यों
Indian Army: भारत और पाकिस्तान में भी कश्मीर को लेकर तनाव हमेशा ही रहा है। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद दोनों देशों के रिश्ते और बिगड़े हैं।
भारत का तीनों पड़ोसियों से एक साथ सीमा पर उलझना बड़ी चुनौती, जानें क्यों
Indian Army: पाकिस्तान के साथ कश्मीर के पूरे क्षेत्र को लेकर विवाद है। पाकिस्तान पूरे कश्मीर को अपना कहता है जबकि भारत कहता है कि कश्मीर पर सिर्फ और सिर्फ हमारा हक है।
सेना द्वारा समय-समय पर दुश्मनों को दी जाती है चेतावनी, डिप्लोमेटिक स्तर पर भी घेरने की रहती है कोशिश
थल सेना अध्यक्ष हों या फिर वायुसेना या नेवी चीफ, हर कोई अपनी तरह से चेतावनियां देते हैं। इनके अलावा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ भी चेतावनियों के जरिए दुश्मनों को सोचने पर मजबूर करते हैं।
दुश्मन की हर नापाक चाल पर नजर रखती है सेना, माइनस 30 डिग्री तापमान में भी पीछे नहीं हटते कदम
Indian Army: कई बार ऐसा होता है कि ठंड लगने से सैनिकों की मौत हो जाती है या फिर वह बीमार पड़ जाते हैं। इन इलाकों में रहना अपने आप में ही हर दिन मौत से लड़ने जैसा होता है।
तनाव बढ़ने पर सीमा पर तैनात हो जाती हैं एंटी टैंक मिसाइलें, जानें इनकी खासियत
Anti-Tank Missiles: युद्ध में मशीनें चाहे कितनी ही एडवांस क्यों न हो लेकिन युद्ध में जीत सैनिकों की हिम्मत और पराक्रम के चलते ही होती है। एलओसी और एलएसी पर कई मौकों पर एंटी टैंक मिसाइल तैनात की जाती रही हैं।
तिब्बत पर अपना हक मानता है चीन, 50 के दशक में किया था हमला
भारत और चीन के रिश्ते बीते कुछ सालों में खराब हुए हैं। सीमा विवाद के चलते चीन हमारे खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाए हुए है। चीन हमेशा से विस्तारवादी की नीति को फॉलो करता आया है।
1950 के दशक से दलाई लामा और चीन के बीच शुरू हुआ विवाद, चीन सेना ने कर दी थी तिब्बत पर चढ़ाई
जिस वक्त तिब्बत (Tibet) में 14वें दलाई लामा को चुनने की प्रक्रिया चल रही थी तभी यह हमला किया गया था। चीन नहीं चाहता था कि तिब्बत में फिर से चुनावी प्रक्रिया के जरिए दलाई लामा यानी धर्मगुरु की नियुक्ति हो।
चीनी सेना के पास ऐसा क्या है जो वह दुनिया की तीसरी सबसे ताकतवर सेना है? जानें इससे जुड़े कुछ फैक्ट्स
चीन की बढ़ती ताकत सबको साफ नजर आ रही है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले समय में चीन दुनिया की सुपर पॉवर होगा और इसमें उसकी सैन्य ताकत का अहम रोल होगा।
चीनी सेना PLA के हैं 5 घटक, जानें भारत से कैसे है ये अलग
पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) दुनिया की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक है। इसमें करीब 23 लाख सैनिक हैं। इनमें थल, जल, वायु, रॉकेट फोर्स और रणनीतिक सपोर्ट सेना शामिल हैं।
युद्ध के दौरान आती है घर वालों की याद, पर देश की रक्षा होती है सर्वोपरि
Indo-China War: 1962 के दौरान चीनी सेना ने जगह-जगह पोस्ट और सड़क का निर्माण कर दिया था जिसके जवाब में भारतीय सेना ने भी पोस्ट बना ली थी।