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Chhattisgarh: ‘लोन वर्राटू’ अभियान के तहत मिली बड़ी कामयाबी, एक लाख के इनामी सहित 3 नक्सलियों ने किया सरेंडर

दंतेवाड़ा में एक लाख के इनामी सहित तीन नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है।

एक लाख के इनामी सहित तीन नक्सलियों ने सरेंडर (Naxalites Surrender) कर दिया है। दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधिकारियों ने 22 जून को यह जानकारी दी।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले में ‘लोन वर्राटू’ अभियान के तहत एक और कामयाबी मिली है। यहां एक लाख के इनामी सहित तीन नक्सलियों ने सरेंडर (Naxalites Surrender) कर दिया है। दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधिकारियों ने 22 जून को यह जानकारी दी।

पुलिस के मुताबिक, जिले में तीन नक्सली मिलिशिया कमांडर आयता कोहरामी (29 वर्ष), मिलिशिया सदस्य उईका सोमडू (23 वर्ष) और मिलिशिया सदस्य करटम महेन्द्र (22 वर्ष) ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।

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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मिलिशिया कमांडर आयता कोहरामी पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित है। इन नक्सलियों (Naxalites) ने संगठन की खोखली विचारधारा से तंग आकर और ‘लोन वर्राटू’ (घर वापस आइए) अभियान से प्रभावित होकर सरेंडर करने का फैसला किया है।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सरेंडर करने वाले कोहरामी के खिलाफ सड़क काट कर मार्ग अवरुद्ध करने, बैनर पोस्टर लगाने का आरोप है। वहीं, सरेंडर करने वाले दूसरे नक्सली उईका सोमडू के खिलाफ बारूदी सुरंग लगाने और नक्सली करटम महेन्द्र के खिलाफ ग्रामीण की हत्या करने सहित अन्य कई नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है।

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अधिकारियों के मुताबिक, जिले में नक्सली संगठन में सक्रिय युवाओं को आत्मसमर्पण कर सम्मान पूर्वक जीवन यापन करने के लिए लोन वर्राटू अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत थाना, शिविरों तथा ग्राम पंचायतों में संबंधित क्षेत्र के सक्रिय नक्सिलयों का नाम चस्पा कर उनसे आत्मसमर्पण करने का अनुरोध किया जा रहा है।

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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 99 इनामी नक्सली सहित कुल 375 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण (Naxalites Surrender) किया है। बता दें कि राज्य में पुलिस और सुरक्षाबलों द्वारा नक्सलियों को समर्पण करने पर पुनर्वास योजना के तहत उन्हें लाभ दिया जाता है। साथ ही समाज की मुख्यधारा में जोड़ कर सुकून की जिंदगी जीने के लिए प्रशासन की ओर से हर संभव मदद की जाती है।