Naxalites Surrender

दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले में 'लोन वर्राटू अभियान' के तहत एक बार फिर बड़ी कामयाबी मिली है। यहां 6 सितंबर को दो इनामी सहित पांच नक्सलियों (Naxalites) ने आत्मसमर्पण (Surender) कर दिया।

धुर नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में 9 जुलाई को एक लाख की इनामी महिला नक्सली समेत 3 नक्सलियों ने सरेंडर (Naxalites Surrender) किया है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले में 'लोन वर्राटू' अभियान के तहत एक और कामयाबी मिली है। यहां एक लाख के इनामी सहित तीन नक्सलियों (Naxalites) ने सरेंडर कर दिया है।

नारायणपुर जिले में पांच नक्सलियों (Naxalites Surrender)  ने 4 जून को सरेंडर कर दिया। इन नक्सलियों ने नारायणपुर पुलिस के सामने सरेंडर किया है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नारायणपुर जिले में पांच नक्सलियों ने 4 जून को सरेंडर (Naxalites Surrender) कर दिया। इन नक्सलियों ने नारायणपुर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में तीन महिला नक्सली (Women Naxalites) समेत चार नक्सलियों (Naxals) ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण (Surrender) कर दिया।

झारखंड (Jharkhand) में नक्सलियों (Naxalites) पर पुलिस (Jharkhand Police) की कार्रवाई का असर दिख रहा है। राज्य में प्रतिबंधित टीएसपीसी (TSPC) संगठन को बड़ा झटका लगा है।

दंतेवाड़ा में पुलिस के सामने 7 ऐसे लोगों ने सरेंडर किया है जो अपनी पहचान छिपा कर नक्सलियों की मदद किया करते थे। खास बात यह भी है कि यह सभी लोग गांव वालों के साथ मिलजुल कर रहते थे लेकिन किसी को उनकी करतूतों का पता तक नहीं चलता था।

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में 15 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। एसपी के सामने सरेंडर करने वाले सभी नक्सली संगठन में हो रही ज्यादतियों से परेशान थे। सरेंडर करने वाले नक्सलियों ने बताया कि संगठन में अब विचारधारा नाम की कोई चीज नहीं रह गई है।

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में 4 अप्रैल को तीन इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया है। सरेंडर करने वालों में एक महिला नक्सली भी शामिल है। तीनों ही अलग-अलग इलाकों में सालों से आतंक का खेल खेल रहे थे।

नक्सल संगठन द्वारा शोषण से तंग आकर दो महिला नक्सलियों समेत 10 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्समर्पण करने वाले नक्सली अपने संगठन के नेताओं के शोषण एवं प्रताड़ना से तंग आ चुके थे। इसलिए आत्मसमर्पण करने का फैसला लिया। ये सभी नक्सली सुकमा जिले के कोंटा थाना में बालेंगतोंग गांव के रहने वाले थे।

सोनमती एक प्रशिक्षित नक्सली है। उस पर एक लाख का इनाम भी घोषित था। वह साल 2016 में नक्सली संगठन से जुड़ी।

सालों तक खून-खराबा किया। कई बड़ी वारदातों में शामिल रहा। एक तरफ, जहां हर वारदात के साथ नक्सल संगठन में उसका कद बढ़ता जा रहा था, वहीं दूसरी तरफ उसके दिल में वापसी की इच्छा भी हिलोरें ले रही थी।

यह भी पढ़ें