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छत्तीसगढ़ सरकार की नई पहल, गरीब परिवार के बच्चों के लिए इंग्लिश मीडियम स्कूलों की सौगात

फाइल फोटो।

छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) ने उन परिवारों के बच्चों के सपनों को साकार करने का बीड़ा उठाया है, जो कमजोर आर्थिक स्थिति की वजह से अपने बच्चों को महंगे अंग्रेजी स्कूलों में नहीं पढ़ा सकते।

छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) द्वारा बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में बेहतर शिक्षा दिलाने, उनकी प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के काबिल बनाने के लिए अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोले जा रहे हैं। पहले चरण में राज्य में 52 इंग्लिश मीडियम स्कूल शुरू किए जा रहे हैं। अंग्रेजी माध्यम के इन स्कूलों में शिक्षा की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है।

इन स्कूलों में अत्याधुनिक लाइब्रेरी एवं लैब, कंप्यूटर और साइंस लैब के साथ ही आनलाइन शिक्षा की भी पूरी सुविधा उपलब्ध है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा इन स्कूलों को विकसित करने के लिए 130 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। आगामी शिक्षा सत्र से 100 और नए इंग्लिश मीडियम स्कूल ब्लॉक मुख्यालयों में खोले जाएंगे।

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बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने राज्योत्सव पर एक नवंबर को प्रदेश में स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल योजना का औपचारिक शुभारंभ किया। छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) ने उन परिवारों के बच्चों के सपनों को साकार करने का बीड़ा उठाया है, जो कमजोर आर्थिक स्थिति की वजह से अपने बच्चों को महंगे अंग्रेजी स्कूलों में नहीं पढ़ा सकते।

छत्तीसगढ़ शासन ने गरीब परिवारों के प्रतिभाशाली बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए यह पहल किया है। ये अंग्रेजी मीडियम के सरकारी स्कूल हैं, जहां बच्चों को मुफ्त में राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा अंग्रेजी माध्यम से दिए जाने की पहल शुरू की गई है। वर्तमान शैक्षणिक सत्र से अंग्रेजी स्कूलों में दाखिला लेने वाले बच्चों और उनके अभिभावकों में खुशी की लहर है। अब उनकी आर्थिक मजबूरियां उनकी शिक्षा में रुकावट नहीं बनेंगी।

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बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उच्च शैक्षणिक वातावरण के साथ-साथ खेल के मैदान, एम्फीथिएटर जैसी व्यवस्थाएं भी इन स्कूलों में की गई हैं। ऐसे प्राचार्यों का चयन किया गया है, जिन्होंने न केवल पढ़ाई और प्रबंधन में विशेष योग्यता हासिल की है, बल्कि उनमें अपनी संस्था को सर्वोत्तम बनाने का जज्बा भी है।

इन स्कूलों के लिए जिलों को स्वायत्तता प्रदान की गई है, जिससे स्कूल के प्रबंधन और शिक्षकों का चयन सही तरीके से किया जा सके। उन्हें आनलाइन प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।

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कोविड-19 के चलते जहां प्रशासन द्वारा सभी स्कूल बंद है। वहीं, इन स्कूलों में आनलाइन कक्षाओं के साथ ही खेल, कला, सांस्कृतिक सहित अन्य गतिविधियां भी संचालित की जा रही है। छत्तीसगढ़ सरकार के इस महत्वपूर्ण कदम से अब समाज के हर वर्ग के बच्चे अपने सपनों को साकार कर सकेंगे।

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उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में जन्में स्वामी आत्मानंद के नाम पर छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) ने ये स्कूल खोले हैं। स्वामी आत्मानंद ने अपनी प्रतिभा के दम पर आईएएस के रूप में चयनित होकर छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित किया था। वे आजीवन जनकल्याण के कार्यों में लगे रहे और मानवता की सेवा का संदेश दिया।