मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध लोक पर्व छेरछेरा पुन्नी पर्व परम्परा के अनुसार 28 जनवरी की सुबह जिला मुख्यालय कांकेर के पुराने बस स्टैंड में मुख्य मार्ग की दुकानों और घरों में जाकर छेरछेरा पुन्नी का दान मांगा।
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) 28 जनवरी को दुर्ग और कांकेर जिले के दौरे पर हैं। मुख्यमंत्री ने कांकेर जिले को लगभग 342 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात दी। इस दौरे के तहत मुख्यमंत्री बघेल ने 28 जनवरी को दोपहर 12 बजे शासकीय नरहरदेव उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल कांकेर का जायजा लिया।
इसके बाद वे 12.40 बजे गोविन्दपुर हायर सेकेण्डरी स्कूल मैदान कांकेर पहुंचे और वहां आमसभा में जैव विविधता पंजी का विमोचन किया। सीएम ने यहां वन अधिकार समिति सम्मेलन को सम्बोधित भी किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न विकास तथा निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया और हितग्राहियों को सामग्री का वितरण किया।
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बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध लोक पर्व छेरछेरा पुन्नी पर्व परम्परा के अनुसार 28 जनवरी की सुबह जिला मुख्यालय कांकेर के पुराने बस स्टैंड में मुख्य मार्ग की दुकानों और घरों में जाकर छेरछेरा पुन्नी का दान मांगा।
महिलाओं ने तिलक लगाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया और उन्हें चावल, लड्डू, फल भेंट किए। छेरछेरा पर्व पर मुख्यमंत्री को धान से तौला गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सभी लोगों को छेरछेरा पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नई फसल के घर आने की खुशी में महादान का यह उत्सव पौष मास की पूर्णिमा को छेरछेरा पुन्नी तिहार के रूप में मनाया जाता है।
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मुख्यमंत्री बघेल (Bhupesh Baghel) दोपहर 1.50 बजे कांकेर के गोविन्दपुर स्कूल से दुर्ग जिले के पाटन के लिए रवाना किया। मुख्यमंत्री पाटन के सतनाम भवन में दोपहर 2.25 बजे से आयोजित तहसील स्तरीय गुरू घासीदास जयंती एवं लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए।