Hindi News (हिंदी समाचार), News in Hindi, Latest News In Hindi

झारखंड: 25 लाख का ये इनामी नक्सली करेगा सरेंडर! संगठन के इस बात से नाराज होकर फरार, तभी से सुरक्षा एजेंसियों के संपर्क में लगातार

सांकेतिक तस्वीर।

झारखंड में नक्सली गढ़ माने जाने वाले बूढ़ापहाड़ में संगठन को बड़ा झटका लग सकता है। जानकारी के मुताबिक, बूढ़ापहाड़ क्षेत्र में सक्रिय सैक सदस्य व 25 लाख का इनामी नक्सली विमल (Naxali Vimal) उर्फ उमेश उर्फ राधेश्याम संगठन छोड़कर फरार हो गया है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि संगठन से भागने के बाद विमल पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर सकता है।

छत्तीसगढ़: नक्सली दलदल में फंसी दो महिलाओं ने छोड़ा हिंसा का रास्ता, 7 साल बाद परिजनों से लिपटकर खूब रोईं

मूल रूप से बिहार के जहानाबाद के सलेमपुर करौना गांव का रहने वाला कुख्यात नक्सली विमल (Naxali Vimal) पिछले कुछ दिनों से लगातार सुरक्षा एजेंसियों के संपर्क में भी है। सूत्रों के मुताबिक, स्थानीय नक्सली संगठन के अंदर कुछ ठीक नहीं चल रहा है। हिसाब-किताब में कुछ गड़बड़ी के कारण संगठन ने विमल का हथियार छीनकर उसके वर्चस्व को सीमित करने का काम किया था।

ऐसी चर्चा है कि तभी से ही नक्सली विमल (Naxali Vimal) शर्तों के साथ आत्मसमर्पण करने के लिए मानसिक रूप से तैयार है। इससे पहले भी बीते तीन जून को नक्सली संगठन छोड़कर दो नाबालिग लड़कियां मुख्यधारा में लौट आई थीं।

पुलिस नक्सलियों को लगातार नई सुबह, प्रयास और पुनर्वास के तहत मुख्यधारा में लाने की कोशिश कर रही है। दो नाबालिग लड़कियों का मुख्यधारा में लौटना इसी का परिणाम था।

विमल (Naxali Vimal) को भी आत्मसमर्पण कराने में पुलिस को सफलता मिल सकती है। गौरतलब है कि साल 2018 में बूढ़ा पहाड़ में रहने वाला टॉप कमांडर और एक करोड़ के इनामी नक्सली अरविंद की मौत के बाद से ही संगठन ने पूरे इलाके की बागडोर विमल को दे दिया था।

ऐसी चर्चा है कि विमल (Naxali Vimal) के अधिकार छीनने के बाद संगठन के सेंट्रल कमिटी सदस्य मिथिलेश मेहता को बूढ़ा पहाड़ का नया मुखिया बनाया गया है। वह करीब छह महिने पहले बिहार में चकरबंधा से निकल कर बूढ़ा पहाड़ आया है। उसी ने ही बूढ़ा पहाड़ पहुंचने के बाद वित्तीय अनियमितता को लेकर विमल से हथियार छीन लिया था। उसके बाद विमल दस्ता छोड़ कर वहां से फरार हो गया था और आत्मसमर्पण की फिराक में है। वह फिलहाल कहां है, इसकी जानकारी अभी किसी को नहीं है। लेकिन ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लग सकती है।