संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में कश्मीर राग अलापने के लिए भारत ने एक बार फिर से पाकिस्तान (Pakistan) के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पड़ोसी मुल्क‚ आतंकवाद का सबसे बड़ा समर्थक और उसे बढ़ावा देने वाला देश है और खुद को इसका पीड़ित बताने का नाटक करता है। साथ ही उसे हिंदू‚ सिख, ईसाई और बौद्ध सहित अपने सभी अल्पसंख्यकों का नस्लीय सफाया करना बंद कर देना चाहिए।
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संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में भारत के स्थायी मिशन की काउंसलर व कानूनी सलाहकार डॉ. काजल भट्ट ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई सभी मोर्चों पर लड़े जाने की बात पर जोर दिया और कहा कि सभी सदस्य देशों को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी कार्यक्रमों और सम्मेलनों में निहित अपने दायित्वों को पूरा करना चाहिए।
महासभा की छठी समिति (कानूनी) की बैठक का मुद्दा था ‘अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद को खत्म करने के तरीकों’। जिसमें बोलते हुये भट्ट ने कहा‚ ‘मैं इस बात पर निराशा व्यक्त करना चाहती हूं कि पाकिस्तान (Pakistan) ने एक बार फिर इस महत्वपूर्ण मंच का दुरुपयोग करते हुए अपने झूठ को दोहराना शुरू कर दिया है। वह आतंकवाद का सबसे बड़ा समर्थक व उसे बढ़ावा देने वाला राष्ट्र है और खुद को आतंकी पीड़ित बताने का नाटक करता है। भारत के नाम का जहां भी जिक्र किया गया‚ हम उसकी आलोचना करते हैं और उसके आरोपों व अभियोगों को खारिज करते हैं।’
संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में पाकिस्तान (Pakistan) के दूत मुनीर अकरम द्वारा छठी समिति की बैठक में फिर से कश्मीर के मुद्दे को उठाने और अपनी टिप्पणी में भारत के खिलाफ निराधार आरोप लगाने के बाद भारत की ओर से ये कड़ी प्रतिक्रिया दी गई।