छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के नक्सल प्रभावित सबाग लघु वनोपज सहकारी समिति प्रबंधक से दो लाख रुपये लेवी की मांग कर धमकी भरा पत्र देने के आरोप में पुलिस ने नक्सल सहयोगी और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया है। छानबीन के दौरान आरोपियों ने नक्सलियों (Naxalites) के कई सहयोगियों का नाम बताया है। इस आधार पर पुलिस ने संदिग्धों की खोजबीन शुरू कर दी है। नक्सल सहयोगी की गिरफ्तारी और उसके बयान से स्पष्ट हो चुका है कि बलरामपुर के सीमावर्ती क्षेत्रों में अभी भी कुछ लोग नक्सलियों के शहरी नेटवर्क के रूप में काम कर रहे हैं और उन्हें जरूरत की सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं।
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झारखंड सीमा से लगे चांदो थाना क्षेत्र के ग्राम घोडासोत निवासी तरेश कच्छप पिता चंदू राम कच्छप नक्सल प्रभावित सबाग के लघु वनोपज सहकारी समिति प्रबंधक के रूप में तैनात हैं। इस सीजन में वहां भी लघु वनोपज एकत्र करने का काम चल रहा है। इसी दौरान पिछली 19 जून को समिति प्रबंधक ने चांदो थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि 14 जून की रात को करीब साढे सात बजे उनके घर में एक अज्ञात शख्स जबरन घुस गया। उसने अपनी पहचान छुपाने के लिए एक शब्द का भी प्रयोग नहीं किया। हालांकि उसने प्रबंधक को एक नक्सली भाषा में लिखा हुआ धमकी भरा पत्र थमा दिया। इसके पहले की समिति प्रबंधक उस घुसपैठिये से कुछ कहते, वह जल्दी से फरार हो गया।
बलरामपुर पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू के अनुसार, घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने फौरन घर में घुसे शख्स की पहचान सुनिश्चित करने और गिरफ्तारी के लिए एक टीम गठित कर दी। पुलिस ने जब अपनी छानबीन शुरू की, तो घुसपैठिये के रूप 21 वर्षीय मजरूल उर्फ अनिस उर्फ बबलू पिता मुश्ताक अंसारी का नाम सामने आया। मजरूल नक्सलियों की शरणस्थली माने जाने वाले पुंदाग गांव का रहने वाला है। पुलिस ने फौरन उसे गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा कर दिया।
एसपी रामकृष्ण साहू के अनुसार, आरोपी से पूछताछ में पता चला है कि वह नक्सली कमांडर विमल के सहयोगी के रुप में पुंदाग गांव के ही रहने वाले मुस्तकीम, कुसमी का मंजीत, चरहु का अमित व अजमत अंसारी के साथ सहयोगी के रुप में कार्य करता है। साथ ही उसने लघु वनोपज समिति प्रबंधक से दो लाख रुपये की लेवी के लिए धमकी भरा पत्र देने की बात भी स्वीकार की है।
पुलिस गिरफ्त में आरोपी ने बताया कि उसने बलरामपुर निवासी 21 वर्षीय अपनी पत्नी श्वेता नोरा तिग्गा से नक्सलियों (Naxalites) के नाम पर चिट्ठी लिखवाई थी और उसे खुद जाकर समिति प्रबंधक को सौंपा था। आरोपी मजरूल के इस कबूलनामे के बाद पुलिस ने नक्सल सहयोगी मजरूल उर्फ अनीस के अलावा उसकी पत्नी श्वेता नोरा तिग्गा का को भी गिरफ्तार कर लिया है। उसकी पत्नी बलरामपुर के मसीहपारा की रहने वाली है।
पुलिस दोनों आरोपियों को नक्सलियों (Naxalites) के शहरी नेटवर्क का भी हिस्सा मान रही है। छानबीन के दौरान जिन नक्सल सहयोगियों का नाम सामने आया है उन पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है, फिलहाल वे फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस इनके बयान के आधार पर नक्सलियों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए सशस्त्र बलों के साथ संयुक्त रूप से छानबीन कर रही है।