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Chhattisgarh: जगदलपुर के नक्सल प्रभावित इलाके में पहुंचे एसपी और आईजी, जानें पूरा मामला

तिरिया नक्सल प्रभावित इलाका (Naxal Area) है। पिछले साल 27 जुलाई को यहां सुरक्षाबलों ने 7 नक्सलियों (Naxals) को मुठभेड़ (Encounter) में मार गिराया था।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित (Naxal Area) जगदलपुर के तिरिया गांव में 19 नवंबर को जिला स्तरीय जनसमस्या शिविर का आयोजन कर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी गईं। यह आयोजन जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की ओर से किया गया था। शिविर में तिरिया के साथ आसपास के ग्रामों से काफी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए और जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को गांव की समस्याओं और मांगों से अवगत कराया।

ग्रामीणों ने गुप्तेश्वर स्थित शिव मंदिर पहुंचने के लिए सबरी नदी में पुल बनाने के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, सड़क, बिजली, सिंचाई सुविधा बढ़ाने की मांग रखी। इसके साथ ही गांव वालों ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तिरिया में एंबुलेंस उपलब्ध कराने, कावापाल में पूर्व माध्यमिक शाला खोलने, बालिका आश्रम की स्थापना, उचित मूल्य की दुकान खोलने तथा पक्की सड़कों का निर्माण कर ग्रामों तक आवागमन की सुविधा सुगम बनाने की भी मांग की।

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ग्रामीणों का कहना था कि सरकारी योजनाओं का समय पर लाभ मिले, इसके लिए सरकारी व्यवस्था पारदर्शी और सुलभ होना चाहिए। शिविर को संबोधित करते हुए स्थानीय विधायक और संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने कहा कि तिरिया और आसपास के कई गांव जो वन ग्राम थे और वन संरक्षण कानून के तहत इन ग्रामों का विकास प्रभावित हो रहा था, प्रदेश सरकार ने सभी को राजस्व ग्राम का दर्जा दे दिया है।

इसके पीछे का मकसद वनांचल के ग्रामों का तेजी से विकास करना है। शिविर स्थल में ही पुलिस प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन भी किया गया था। इस मौके पर पुलिस विभाग की ओर से सामुदायिक सहयोग के तहत स्कूली बच्चों और ग्रामीण परिवारों को खेलकूद सामग्री, कापियां, पुस्तकें, दवा एवं अन्य दैनिक उपयोगी सामग्री का वितरण किया गया।

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आमचो बस्तर, आमचो पुलिस की थीम पर विभाग द्वारा चलाए जा रहे कम्युनिटी पुलिसिंग के माध्यम से क्षेत्र में सुरक्षा, शांति कायम रखते हुए विकास को गति देने का वादा पुलिस अधिकारियों ने किया। इस शिविर के दौरान आईजी और एसपी ने गांव वालों के लिए अपने हाथों से भोजन परोसा।

बता दें कि तिरिया नक्सल प्रभावित इलाका (Naxal Area) है। पिछले साल 27 जुलाई को यहां सुरक्षाबलों ने 7 नक्सलियों (Naxals) को मुठभेड़ (Encounter) में मार गिराया था। इसके बाद नक्सल गतिविधियां कुछ कम हो गई थीं। डेढ़ महीने पहले दोबारा इलाके में नक्सलियों की सक्रियता देखी गई। नक्सलियों ने समीपवर्ती गांव गुमलवाड़ा में एक युवक की हत्या कर दी थी।

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गौरतलब है कि 20 दिन पहले ही तिरिया में पुलिस ने ग्रामीणों की मांग पर कैंप खोला है। पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी के अनुसार, क्षेत्र में नवीन पुलिस कैंप खुल जाने से जनता की सुरक्षा के साथ ग्रामीणों को अन्य मूलभूत सुविधाएं प्राप्त होंगी। बस्तर पुलिस द्वारा प्रशासन के मंशा के अनुरूप विश्वास-विकास-सुरक्षा की कार्ययोजना के तहत कार्य किया जा रहा है। इससे दूरस्थ क्षेत्र के विकास में तेजी आएगी और यहां के लोगों का जीवन स्तर ऊंचा होगा।