छत्तीसगढ़ का धुर नक्सल प्रभावित जिला नारायणपुर ओरछा लाल आतंक का गढ़ है। यहां लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। इस इलाके में न मोबाइल कनेक्टिविटी है और न ही सड़कें हैं। ऐसे इलाके में नर्स कविता पात्र (Kavita) लोगों के लिए ‘डॉक्टर दीदी’ (Doctor DiDi) बन गई हैं। जाटलूर में पिछले 8 सालों से यहां के ग्रामीण इलाकों में वह अपनी सेवाएं दे रही हैं। इस काम में उनका साथ पुरुष स्वास्थ्य कर्मी भीमराव सोढ़ी देते हैं।
छत्तीसगढ़: कोरोना की वजह से बस्तर में नक्सली संगठनों की कमर टूटी, अपने भी नहीं दे रहे साथ, कई की मौत