छत्तीसगढ़ के बस्तर की शांत फिजाओं में खूनी नक्सलवाद की फसल काट रहे नक्सलियों (Naxali) की चूलें चीन में ही पैदा हुए कोरोना वायरस (Coronavirus) ने हिला कर रख दी हैं। कोरोना वायरस के डर से नक्सली अपने संगठन में उन सभी लोगों को जबरन छुट्टी पर भेज रहे हैं जिनको जरा सी भी सर्दी‚ खांसी या बुखार की शिकायत है। कोरोना के खौफ से नक्सली थर्राए हुए हैं।
पुलिस ने सुमित्रा नाम की एक महिला नक्सली (Naxali) को जंगल में संदिग्ध घूमते हुए पकड़ा तो उसने यह पूरी कहानी बताई कि किस तरह से नक्सली कोरोना वायरस (Coronavirus) से बेइंतेहा खौफ खाए हुए हैं। नक्सली कमांडर हिडमा ने संगठन में यह आदेश जारी कर दिया है कि जिस भी कैडर को जरा सी भी बुखार‚ खांसी या सर्दी की शिकायत हो तो उसे फौरन जंगल से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाए।
महिला नक्सली (Naxali) सुमित्रा ने बताया है कि वह अपने परिजनों के पास आने के लिए पेद्दाकवली जंगल में आकर रुकी हुई थी। उसने बताया है कि संगठन में अन्य कई नक्सली सदस्यों को भी सर्दी‚ खांसी‚ बुखार और उल्टी–दस्त की शिकायत है।
कोरोना (Coronavirus) को लेकर पूरे नक्सली (Naxali) खेमे में भारी आतंक का माहौल है और नक्सलियों की सबसे बड़ी समस्या यह है कि पुलिस ने बस्तर के उन दुर्गम इलाकों में भी अपने शिविर लगा लिए हैं जहां कभी कोई घुसने की हिमाकत भी नहीं कर पाता था। इस वजह से नक्सलियों को चिकित्सा की सेवाएं भी नहीं मिल रही है।