नक्सली दलदल में फंसे आदिवासी समुदाय के लोग अब हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौटना चाह रहे हैं। इसी का परिणाम है कि राज्य में रोज कोई ना कोई नक्सली आतंक की राह छोड़ सामान्य जीवन-यापन के लिए सरेंडर (Naxal Surrender) कर रहा है। इसी कड़ी में सात सालों से नक्सली दलदल में फंसी दो महिला नक्सलियों ने भी पुलिस के सामने सरेंडर (Naxalite Surrendered) किया है
घाटी में NIA ने ISIS की आतंकी साजिश का किया भंडाफोड़, हमले की साजिश रच रहे 3 लोगों को धर-दबोचा