सरेंडर करने के बाद नक्सली (Naxalite) राहुल ने बताया कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और सूबे के नक्सल प्रभावित जिलों में नक्सल विरोधी अभियान को देखते हुए उसने आत्मसमर्पण किया है।
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) कैडर के एक नक्सली (Naxalite) ने 10 अक्टूबर को ओडिशा (Odisha) के कंधमाल जिले में सरेंडर (Surrender) कर दिया। नक्सली ने जिला पुलिस कार्यालय में पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार अग्रवाल के सामने आत्मसमर्पण किया। उसने साथी नक्सलियों से भी हिंसा छोड़कर समाज के मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की है।
एसपी के अनुसार, 10 अक्टूबर के दिन को बासधारा-घुमुसर-नागावली (बीजीएन) डिवीजन के पार्टी मेंबर राहुल मुसकी उर्फ पिंटू ने आत्मसमर्पण किया है। नक्सली (Naxalite) राहुल, छतीसगढ़ के सुकमा जिले के काटा थाना अंतर्गत तालत गांव का रहने वाला है और पिछले कई सालों से ओडिशा के विभिन्न जिलों में सक्रिय था।
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नक्सली संगठन (Naxal Organization) में रहने के दौरान बड़े नक्सली नेताओं द्वारा मासूम लोगों पर बिना वजह अत्याचार और स्थानीय नक्सलियों के प्रति उनके रवैये को देख उसका संगठन से मोहभंग हो गया था।
पुलिस की ओर से भी उसे आत्मसमर्पण कराने की कोशिश शुरू की गई थी, जो आखिरकार सफल हुई। नक्सली राहुल के आत्मसमर्पण के बाद ओडिशा सरकार के पुनर्वास नीति के तहत उसे सहयोग और सुविधा दी जाएगी।
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सरेंडर करने के बाद राहुल ने बताया कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और सूबे के नक्सल प्रभावित जिलों में नक्सल विरोधी अभियान को देखते हुए उसने आत्मसमर्पण किया है। उसने साथी नक्सलियों से सरकार के कल्याणकारी योजनाओं के खिलाफ हथियार नहीं उठाने और शातिपूर्ण जीवन जीने के लिए आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की है।