नक्सली मिसिर बेसरा (Miser Besra) के भतीजे का नाम सुशील कुमार (Sushil Kumar) है, जो CRPF के जवान हैं। सुशील बीते 5 सालों से नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं।
गिरिडीह: झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ अभियान के बीच एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां एक ऐसा चाचा-भतीजे का रिश्ता सामने आया है, जिसमें चाचा एक करोड़ का इनामी नक्सली है और भतीजा सीआरपीएफ का जवान है।
दरअसल पारसनाथ पहाड़ की तलहटी में पीरटांड़ प्रखंड का एक गांव है, जिसका नाम मदनाडीह है। एक करोड़ रुपए का इनामी नक्सली मिसिर बेसरा (Miser Besra) इसी गांव का रहने वाला है। वह भाकपा माओवादी की सर्वोच्च कमेटी पोलित ब्यूरो का सदस्य है। इस समय वह ओडिशा और झारखंड के बॉर्डर पर सक्रिय है।
वहीं मिसिर बेसरा (Miser Besra) के भतीजे का नाम सुशील कुमार है, जो CRPF के जवान हैं। सुशील बीते 5 सालों से नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं।
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सुशील कुमार, नक्सली मिसिर बेसरा के चचेरे भाई दुर्योधन के बेटे हैं। इस समय वह बंगाल के पुरुलिया में तैनात हैं और नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में हिस्सा ले रहे हैं।
सुशील कुमार मानते हैं कि हमें लोकतंत्र पर भरोसा करना चाहिए और मुख्यधारा में शामिल होकर समाज और देश को आगे बढ़ाना चाहिए।
सुशील कुमार ने धनबाद में पढ़ाई की है और उनका CRPF में चयन 2013 में हुआ था।