छापेमारी में शीलदाग गांव की जमीन से नक्सलियों (Naxalites) के हथियार और बाकी सामग्री मिली। लवालोंग के शीलदाग टोलाला के खंमडीहा जंगल में प्रतिबंधित संगठन टीपीसी ने ये सामान छिपा रखा था। पहले पकड़े जा चुके जोनल कमांडर कृष्णा गंझू की निशानदेही पर पुलिस को बड़ी सफलता मिली।
झारखंड: राज्य में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान जारी है। ताजा मामला चतरा का है। पुलिस ने नक्सलियों (Naxalites) का गढ़ कहे जाने वाले लवालोंग थाना क्षेत्र के जंगलों में छापामारी की है और 451 गोली और एक राइफल बरामद की है।
दरअसल पुलिस कप्तान ऋषभ कुमार झा को सूचना मिली थी कि लवालोंग थाना क्षेत्र में नक्सलियों का जमावड़ा लगा है।
इस सूचना की पुष्टि के लिए सीआरपीएफ 190 बटालियन के अधिकारी प्रमोद कुमार सिंह, अभियान एएसपी निगम प्रसाद, कोबरा बटालियन 203 के भूपेंद्र पाल शर्मा, बम निरोधक दस्ते सिमारिया अनुमंडल पुलिस के अधिकारी वचन देव कुजूर, पुलिस अवर निरीक्षक अशोक कुमार और आईआरबी 3 के सैट जवानों ने जंगल में छापेमारी अभियान चलाया।
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छापेमारी में शीलदाग गांव की जमीन से हथियार और बाकी सामग्री मिली। लवालोंग के शीलदाग टोलाला के खंमडीहा जंगल में प्रतिबंधित संगठन टीपीसी ने ये सामान छिपा रखा था। पहले पकड़े जा चुके जोनल कमांडर कृष्णा गंझू की निशानदेही पर पुलिस को बड़ी सफलता मिली।
इसमें 303 बोर के राइफल की खाली मैगजीन, पुलिस से छीनी हुई राइफल, 303 एमएम के 189 जिंदा कारतूस, 306 एमएम के 237 जिंदा कारतूस, 7.62 एमएम के 18 जिंदा कारतूस, 8 एमएम के 7 जिंदा कारतूस, 306 एमएम के 8 खाली खोखे और 11 पीस गोली चार्जर बरामद हुई।