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Jharkhand: 25 लाख के इनामी सहित 16 नक्सलियों पर कसा जाएगा शिकंजा, कवायद शुरू

सांकेतिक तस्वीर।

राज्य के गिरिडीह जिले के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने हार्डकोर और इनामी नक्सली अजय महतो समेत 16 नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखकर अनुमति मांगी है ।

झारखंड (Jharkhand) में लाल आतंक का पर्याय बन चुके इनामी नक्सली (Naxali) अजय महतो और उसके साथी नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ जिला प्रशासन ने मुकदमा चलाने की कवायद शुरू कर दी है। राज्य के गिरिडीह जिले के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने हार्डकोर और इनामी नक्सली अजय महतो समेत 16 नक्सलियों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखकर अनुमति मांगी है ।

इनके खिलाफ अभियोजन चलाने की मांगी अनुमति

बता दें कि जिन नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ अभियोजन चलाने की अनुमति उपायुक्त ने राज्य सरकार से मांगी है उसमें नवीन मांझी, राम दयाल महतो उर्फ बच्चन दा, विपिन मंडल, 5 लाख का इनामी दीनदयाल मांझी, कमांडर नुनु चंद महतो, संतोष मांझी, दिनेश मांझी, लक्ष्मण राय, मनोज राय, प्रशांत मांझी, कानू मांझी, अरविंद मांझी, अरुण मांझी और समरेश मांझी सहित 25 लाख का इनामी नक्सली अजय महतो भी शामिल है।

अजय महतो और नुनु चंद महतो का करीबी है नवीन मांझी

कुख्यात नवीन मांझी के बारे में बताया जाता है कि वह नक्सलियों (Naxalites) के शीर्ष नेताओं में शुमार है। वह पारसनाथ जोन से लेकर बोकारो जिले के कई जंगली क्षेत्रों में सक्रिय था। नक्सली किसी भी वारदात को अंजाम देने से पहले नवीन मांझी से आदेश लेते थे।

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जानकारी के मुताबिक, साल 2011 में जितने भी नक्सली वारदातें पारसनाथ जोन में हुई हैं, उन सब के पीछे नक्सली (Naxalite) नवीन मांझी का ही हाथ था। उस वक्त वह अजय महतो और नुनु चंद महतो का खास था। नवीन मांझी की गिरफ्तारी के बाद इस क्षेत्र में अजय महतो का दबदबा बढ़ने लगा और उसके मुख्य सहयोगी नक्सली नुनुचंद महतो ने भी उसका निभाया।

क्या है मामला

गौरतलब है कि झारखंड बनने के 11 सालों के बाद साल 2011 में डुमरी के चैनपुर से बरमसिया तक प्रधानमंत्री सड़क योजना अंतर्गत सड़क बनाई जा रही थी। इसमें लेवी नहीं मिलने के पर नक्सली अजय महतो सहित इसके अन्य साथियों ने निर्माण कार्य में लगे जेसीबी सहित अन्य वाहनों को आग लगा दिया था। जिसके बाद डुमरी के तत्कालीन थाना प्रभारी राजीव कुमार ने इन नक्सलियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। वहीं, 28 जून की रात को भी 20 से 25 की संख्या में नक्सलियों (Naxals) ने रोलर और ट्रैक्टर को फूंक दिया था।