एक समय था, जब इस नक्सली (Naxalites) की पारसनाथ क्षेत्र में तूती बोलती थी और बड़े नक्सली नेताओं का वह करीबी माना जाता था। नक्सली नेताओं ने उसे पारसनाथ जोन का बॉस भी बना दिया था। लेकिन अपनी बढ़ती मांग की वजह से नुनूचंद को घमंड होने लगा।
गिरीडीह: झारखंड में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। यही वजह है कि गिरिडीह और धनबाद के कुख्यात और 5 लाख के इनामी नक्सली नुनूचंद महतो ने शुक्रवार को सरेंडर कर दिया था। अब इस नक्सली के बारे में चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं।
एक समय था, जब इस नक्सली (Naxalites) की पारसनाथ क्षेत्र में तूती बोलती थी और बड़े नक्सली नेताओं का वह करीबी माना जाता था। नक्सली नेताओं ने उसे पारसनाथ जोन का बॉस भी बना दिया था। लेकिन अपनी बढ़ती मांग की वजह से नुनूचंद को घमंड होने लगा और वह संगठन की महिलाओं के साथ संबंध बनाने के लिए जबरदस्ती करने लगा।
संगठन की महिलाओं पर जब नुनूचंद का अत्याचार बढ़ने लगा, तो महिलाओं ने इसकी सूचना नक्सली नेताओं को दी। जब ये बात सही निकली तो संगठन ने नुनूचंद को बाहर का रास्ता दिखा दिया।
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बेइज्जती होने के बाद नुनूचंद ने अपने कुछ साथियों के साथ एक अलग संगठन तैयार करने का मन बना लिया। इसके लिए उसने पारसनाथ की तलहटी से लेकर धनबाद के टुंडी और तोपचाची क्षेत्र में लेवी लेना शुरू कर दिया। ऐसा करके नुनूचंद बाकी के नक्सली संगठनों को आर्थिक नुकसान पहुंचाने लगा।
इसलिए नक्सलियों ने उसे पकड़ लिया और पारसनाथ के जंगलों में इसे सजा देने के लिए जन अदालत लगाई। हालांकि नुनूचंद यहां से भाग निकला।
नुनूचंद को अब तक ये बात समझ आ चुकी थी कि नक्सली उसे मार देंगे, इसलिए उसने कुछ दिन पहले सरेंडर करने का प्लान बनाया और पीरटांड पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।