Bastar: आईजी ने बीते 4 साल के आपराधिक आंकड़े पेश किए और तुलनात्मक रूप से अपराधों और उनकी संख्या के बारे में चर्चा की। उन्होंने बताया कि 2019 में नक्सलियों के खिलाफ रणनीति में बड़ा बदलाव आया है।
बस्तर: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसी संबंध में आईजी सुंदरराज पी ने 2020 में सुरक्षाबलों की उपलब्धियों और सफलता को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में 7 जिलों के एसपी समेत बस्तर में तैनात अर्द्धसैनिक बलों के सभी अधिकारी भी मौजूद रहे। इस दौरान बस्तर (Bastar) के आईजी सुंदरराज पी ने साल 2020 की पुलिस की उपलब्धियां गिनाईं और पुलिस द्वारा शुरू किए गए नए अभियानों के संबंध में पत्रकारों को जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि पुलिस विश्वास, विकास और सुरक्षा के उद्देश्य को साथ लेकर काम कर रही है। पुलिस, बस्तर (Bastar) के अंदरूनी क्षेत्रों में जनता के साथ विश्वास स्थापित कर रही है। इसका फायदा बस्तर में शांति स्थापित करने में मिल रहा है।
आईजी ने बीते 4 साल के आपराधिक आंकड़े पेश किए और तुलनात्मक रूप से अपराधों और उनकी संख्या के बारे में चर्चा की। उन्होंने बताया कि 2019 में नक्सलियों के खिलाफ रणनीति में बड़ा बदलाव आया है।
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उन्होंने बताया कि पहले हमारा फोकस कैंपों के जरिए नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन लांच करना और कैंपों के जरिए इलाके में विकास करना था। इसके बाद हमने नई प्लानिंग पर काम किया तो हमें पता चला कि लोग नक्सलियों का सपोर्ट डर और हमसे दूरी की वजह से कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण भी चाहते हैं कि उनके इलाके का विकास हो, उन्हें बेहतर शिक्षा और इलाज मिले। इसके बाद प्रयोग के तौर पर हमने पहले पोटाली और बोदली में पुलिस कैंप के पास ही राशन की दुकान खुलवाई। पहले यहां के ग्रामीणों को राशन के लिए 15 से 20 किमी का पैदल सफर तय करना पड़ता था लेकिन अब लोगों को गांव में ही राशन मिल रहा है।
उन्होंने बताया कि साल 2021 में हमारी कोशिश है कि हमारे सभी कैंपों से न सिर्फ नक्सल ऑपरेशन बल्कि कैंपों से लोगों का सीधा जुड़ाव हो और इसके लिए कैंप को एक विकास केंद्र के रूप में भी स्थापित किया जाएगा जो क्षेत्र के लोगों को मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने में भी मदद करेगा।