आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली (Naxals) विस्फोटक और ट्रेप्स लगाने में माहिर हैं। इनके एंबुश में फंसकर कई सुरक्षा जवानों की मौत हो चुकी है और अनेक घायल भी हो चुके हैं।
छत्तीसगढ़ पुलिस (Chhattisgarh) को नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ एक बड़ी कामयाबी मिली है। दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पांच 15 लाख रुपये के इनामी सहित छह नक्सलियों ने 19 फरवरी को ‘लोन वर्राटू’ (घर वापसी) अभियान के तहत आत्मसमर्पण कर दिया।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में पांच लाख रुपये की इनामी कटेकल्याण निवासी जोगी कवासी है। वह एरिया कमेटी की सदस्य और किसान मजदूर संगठन की एरिया इंचार्ज थी। इंद्रावती एरिया कमेटी में कार्यरत पार्टी प्लाटून कमेटी मेंबर संतोष पोड़ियाम उर्फ कमलू पर तीन लाख रुपये का इनाम था।
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इसी तरह तीन लाख रुपये की इनामी माड़ डिवीजन टेलर टीम की प्रभारी पायके कोवासी, दो लाख रुपये के इनामी ओरछा निवासी और प्लाटून सदस्य भूमे उइके, किरंदुल थाना क्षेत्र के मदाड़ी निवासी व मलांगिर एरिया सप्लाई टीम के सदस्य लिंगा राम उइके व चेतना नाट्य मंडली सदस्य व कटेकल्याण निवासी पांडे कवासी ने आत्मसमर्पण किया है।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली (Naxals) विस्फोटक और बूबी ट्रेप्स लगाने में माहिर हैं। इनके ट्रेस में फंसकर सुरक्षा बल के कई जवानों की मौत हो चुकी है और अनेक घायल भी हो चुके हैं। विस्फोटक से एंटी लैंडमाइंस वीकल उड़ाकर 10 जवानों को शहीद करने और एंबुश लगाकर सुरक्षा बल को घेरकर फायरिंग करने की वारदात में पांच जवानों को शहीद करने की घटना में ये नक्सली शामिल थे।
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दंतेवाड़ा में आत्मसमर्पण के दौरान सीआरपीएफ के डीआइजी विनय कुमार सिंह ने बाकी नक्सलियों से भी आत्मसपर्मण कर मुख्यधारा में जुड़कर नए सिरे से शांतिप्रिय जीवन शुरू करने की अपील की है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को तत्काल 10-10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई।