जवान इलाके की छानबीन करते हुए बढ़ रहे थे। इतने में जवानों को कुछ संदिग्ध दिखा। जांच करने पर पता चला कि नक्सलियों (Naxals) ने यहां करीब ढाई किलो का विस्फोटक लगा रखा है।
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली। 3 जनवरी को एंटी नक्सल ऑपरेशन के तहत जवानों ने नक्सलियों (Naxals) की खतरनाक साजिश को नाकाम कर दिया। वहीं, दूसरी ओर जवानों को एक नक्सली (Naxali) को पकड़ने में कामयाबी मिली। जानकारी के अनुसार, यह नक्सली पुलिस पर कई बार हमला कर चुका था। लंबे समय से इसकी तलाश की जा रही थी।
जानकारी के मुताबिक, 3 जनवरी को बीजापुर जिले के तर्रेम सिलगेर गांव के इलाके में सुरक्षा बल के जवानों की टीम सर्चिंग पर थी। जवान इस इलाके की छानबीन करते हुए बढ़ रहे थे। इतने में जवानों को कुछ संदिग्ध दिखा। जांच करने पर पता चला कि नक्सलियों (Naxals) ने यहां करीब ढाई किलो का विस्फोटक लगा रखा है।
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इस पर अगर जवानों का पैर पड़ जाता तो जबरदस्त धमाका हो जाता। जिलाबल, सीआरपीएफ की 168वीं बटालियन, डीआरजी के जवानों ने इसकी सूचना बम डिस्पोजल टीम को दी। इसके बाद बम को सुरक्षित निकालकर जंगल में विस्फोट कर नष्ट कर दिया गया।
उधर, थाना मिरतुर और सीएएफ कैंप से 2 जनवरी की रात में जवान सर्चिंग पर निकले थे। बेचापाल, पिटेपाल, कोकोड़ीपारा गांव की ओर जवानों का दस्ता रवाना हुआ था। पिटेपाल और कोकोड़ीपारा के बीच जंगलों में एक शख्स जवनों को देखकर भागने लगा। जवान उस आदमी के पीछे भागे और पकड़ लिया। पूछताछ में इसने अपना नाम सोमलू कश्यप उर्फ हेमला सोमलू बताया। नक्सली सोमलू चेरली का रहने वाला है।
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गिरफ्तार नक्सली (Naxali) सोमलू कई संगीन वारदातों में शामिल रहा है। उसने साल 2007 में को ग्राम हल्लूर-पोमरा में पुलिस पार्टी पर हमला किया था। साल 2009 में ग्रामीण कड़ती सुकारू को धारधार हथियार मार डाला था। वहीं, साल 2016 को पुलिस बल के जवान लालू राम ओयाम पर हमला करने की घटना में शामिल था। साल 2017 में इसने चेरली पिटोडी पारा गांव में पुलिस पार्टी पर हमला किया था। इस हमले में में दो पुलिस जवान शहीद हो गए थे।