Jharkhand: रांची जिले के अनगड़ा प्रखंड के राजाबेडा पंचायत के अंतर्गत आने वाले तिरला कोचा के ग्रामीणों ने पहाड़ से रिसने वाले पानी को अपनी समस्या का समाधान करने का साधन बना लिया।
रांची: कहते हैं कि एक आइडिया जिंदगी बदल सकता है और ऐसा ही झारखंड (Jharkhand) के एक गांव में हुआ है। एक समय था जब इस गांव में पानी की भारी किल्लत रहती थी लेकिन आज घरों में तो पानी पहुंच ही रहा है, साथ में खेती के लिए भी पानी उपलब्ध है।
रांची जिले के अनगड़ा प्रखंड के राजाबेडा पंचायत के अंतर्गत आने वाले तिरला कोचा के ग्रामीणों ने पहाड़ से रिसने वाले पानी को अपनी समस्या का समाधान करने का साधन बना लिया। अब ये पानी गांव के घरों में भी पहुंच रहा है और खेतों में सिंचाई के लिए भी इस्तेमाल हो रहा है। दिलचस्प ये है कि इसके लिए किसी तरह की मशीनरी या बिजली की जरूरत नहीं पड़ रही।
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ये बदलाव ग्रामीण क्षेत्रों में काम कर रही संस्था रामकृष्ण मिशन के वैज्ञानिकों की वजह से हुआ है। उन्होंने पहाड़ी से रिसने वाले पानी को जब देखा तो उन्हें ये आइडिया आया कि इस पानी को रोकने के लिए अगर जलछाजन पद्धति से एक संरचना बनाई जाए तो इस पानी का फायदा ग्रामीणों को मिल सकता है।
काम शुरू किया गया और अब पाइप लाइन के जरिए गांव के 3 दर्जन घरों में पानी पहुंच रहा है। इसके अलावा खेतों की भी सिंचाई इस पानी से हो रही है। इसके लिए ग्रामीणों ने भी 3 महीने तक खूब मेहनत की है।