गिरिडीह के इस नक्सल ग्रस्त (Naxal Areas) इलाके में इस 6.2 किमी लंबी सड़क और एक पुलिया बन जाने से इस इलाके के लोगों को काफी सुविधा होगी।
झारखंड (Jharkhand) के नक्सल प्रभावित इलाकों (Naxal Areas) के विकास (Development) पर जोर दिया जा रहा है। बिहार (Bihar) के जमुई जिले से सटे गिरिडीह जिले के नक्सल प्रभावित इलाके तिलकडीह पंचायत में सड़क और पुल का निर्माण जल्द ही शुरू होगा। इसके लिए सड़क का डीपीआर बनाकर केंद्र सरकार को भेज दिया है।
केंद्र सरकार से मंजूरी मिलते ही इस सड़क का निर्माण शुरू हो जाएगा। इस सड़क के निर्माण की 80 फीसद राशि केंद्र सरकार एवं 20 फीसद राशि राज्य सरकार देगी। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से इस सड़क और पुलिया का निर्माण होगा।
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दरअसल, नक्सल प्रभावित भेलवाघाटी की तिलकडीह पंचायत के कारिपहरी, बरवाटोला, सिजुआ, फुटका, चनली का देवरी अंचल से सीधा सड़क संपर्क नहीं है। सड़क कच्ची है और बीच में एक छोटी नदी चोल्खो पड़ती है। इस क्षेत्र का प्रखंड देवरी और थाना भेलवाघाटी है। बगल में ही बिहार का जमुई जिला है। दोनों ओर का इलाका धुर नक्सल प्रभावित है।
सड़क नहीं रहने से नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई करने में भी मुश्किलें आती हैं। जमुई जिले से सटे गिरिडीह के गांवों में सड़क नहीं है। कारीपहरी, बरवाटोला, सिजुआ, साल बहार फुटका, चनली आदि गांव भी अबतक सड़कों से नहीं जुड़ पाए हैं। इस कारण इस इलाके के लोगों को अपने प्रखंड मुख्यालय देवरी जाने के लिए भेलवाघाटी होकर गुजरना पड़ता है। इससे लोगों को 12 किमी का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ता है।
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नक्सल ग्रस्त (Naxal Areas) इलाके में इस 6.2 किमी लंबी सड़क और एक पुलिया बन जाने से इस इलाके के लोगों को काफी सुविधा होगी। दोनों राज्यों की पुलिस भी नक्सलियों पर लगाम लगा सकेगी। इसे देखते हुए देवरी प्रखंड की तिलकडीह पंचायत में सड़क और पुल निर्माण बेहद जरूरी है।