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छत्तीसगढ़: UNICEF का आंकड़ा, कोरोना टीकाकरण में नक्सल प्रभावित सुकमा जिला देश के टॉप 10 में शामिल

यूनसेफ (UNICEF) छत्तीसगढ़ के चीफ जोब जांचरिह ने ट्विटर पर सुकमा में टीकाकरण का वीडियो भी साझा किया है। सुकमा जिले में अब तक 83,218 लोगों को कोरोना टीका का पहला डोज लग चुका है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का नक्सल प्रभावित सुकमा (Sukma) जिला कोरोना टीकाकरण के मामले में राज्य में सबसे आगे और देश के टॉप टेन में है। यह जानकारी यूनिसेफ (UNICEF) की ओर से दी गई है। यूनिसेफ (UNICEF) ने देशभर के आदिवासी जिलों में टीकाकरण के आंकड़े जारी किए हैं। इसमें सुकमा (Sukma) जिला देश के टॉप टेन में शामिल है।

इस सूची में लद्दाख का लेह जिला नंबर वन पर है जबकि अरुणाचल प्रदेश का तवांग जिला नंबर टेन पर है। वहीं, छत्तीसगढ़ का सुकमा जिला आठवें स्थान पर है। यूनसेफ (UNICEF) छत्तीसगढ़ के चीफ जोब जांचरिह ने ट्विटर पर सुकमा में टीकाकरण का वीडियो भी साझा किया है। जानकारी के मुताबिक, सुकमा जिले में अब तक 83,218 लोगों को कोरोना टीका का पहला डोज लग चुका है।

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बेहद कम साक्षरता दर, 70 फीसद इलाका नक्सल प्रभावित, दुर्गम जंगलों में बसे पहुंचविहीन गांव, ग्रामीणों में टीकाकरण को लेकर तरह-तरह की भ्रांतियां, नक्सलियों का खतरा और दबाव तमाम अवरोधों को पार करते हुए सुकमा जिले ने कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination) के मामले में शानदार उपलब्धि हासिल की है।

बता दें कि अफवाहों के चलते कई जगह टीकाकरण दल पर पथराव भी किया गया, नक्सलियों ने टीकाकरण दल को धमकाया भी। एलंगर जैसे कई गांव दुर्गम जंगलों में हैं, वहां 20 किमी पैदल चलकर टीम पहुंची, विरोध सहा, समझाया और टीका लगाया।

कई जगह स्वास्थ्य टीम नदी-नाला, पहाड़, जंगल, नक्सलियों द्वारा बिछाई गई बारूदी सुरंगों और स्पाइक होल के खतरे को झेलकर पैदल पहुंची। इन्हीं कोशिशों का नतीजा है कि धुर नक्सल प्रभावित सुकमा जिले ने देश के आदिवासी इलाकों में टीकीकरण के मामले में बेहतरीन प्रदर्शन किया है।

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इस बाबत सुकमा जिले के कलेक्टर विनीत नंदनवार ने कहा कि कोरोना टीकाकरण पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने प्रशासन से तालमेल बिठाकर बेहतर प्रदर्शन किया है। विपरीत हालात में काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों की मेहनत से यह मुकाम हासिल हुआ है। जो लोग बच गए हैं, उनका टीकाकरण करवाने में टीमें लगी हुई हैं।