महाराष्ट्र में गढ़चिरौली पुलिस ने नक्सलियों के फंडिंग मॉड्यूल (Naxal funding module) का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने दो गाड़ियों से करीब 2.20 करोड़ रुपए बरामद किये हैं। दोनों गाड़ियों में ये पैसे तेलंगाना से महाराष्ट्र लाए जा रहे थे। रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि गाड़ियों से जो कैश बरामद किया गया है उसका इस्तेमाल सुरक्षा बलों पर हमला किये जाने में किया जाना था।
पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि भारी भरकम पैसे तेलंगाना से महाराष्ट्र लाए जा रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने गुरुवार को गोदावरी और प्रणहिता नदी पर बने पुलों पर नाकेबंदी कर दी। इस दौरान पुलिस की नजर दो SUV पर पड़ी जो तेलंगाना से चले थे और महाराष्ट्र में घुसने की फिराक में थे।
झारखंड: नक्सल कनेक्शन में गिरफ्तार मनोज ने पुलिस को सुनाई थी ये मनगढ़ंत कहानी…
पुलिस ने इस गाड़ी को चेकिंग के लिए रुकवाया तो एक कार से 1.19 करोड़ रुपए मिले। गाड़ी चला रहा युवक पैसों के बारे में संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक शैलेश बालक्वडे ने बताया कि ड्राइवर द्वारा संतोषप्रद जवान नहीं देने पर उसे हिरासत में ले लिया गया।
दूसरी गाड़ी से 99.30 लाख रुपए बरामद किये गये। पुलिस ने इस गाड़ी के ड्राइवर को भी हिरासत में ले लिया। गढ़चिरौली के एडिशनल एसपी अजय बंसल और सिरोंचा पुलिस ने ड्राइवरों से पूछताछ की है। 4 जून को पुलिस ने तेंदु पत्ते के दो कॉन्ट्रैक्टरों को गिरफ्तार किया था और उन्हीं की निशानदेही पर कैश ले जा रहे वाहनों को पकड़ा गया है।
बिहार: लखीसराय से हार्डकोर नक्सली गिरफ्तार, पुलिस के साथ मुठभेड़ में था शामिल
आपको बता दें के तेंदु पत्तों के कॉन्ट्रैक्टरों को सुरक्षा देने के लिए नक्सली (Naxali) उनसे लेवी वसूलते हैं। लेवी की इस रकम का इस्तेमाल नक्सली जंगलों में अपने खतरनाक ऑपरेशन में आने वाले खर्चों पर करते हैं। यह सीजन अभी तेंदू पत्तों का है ऐसे में नक्सली इस सीजन में कॉन्ट्रैक्टरों से ज्यादा से ज्यादा उगाही की कोशिश में लगे रहते हैं।
आशंका जताई जा रही है कि सुरक्षा बलों पर हमले के अलावा इन पैसों का इस्तेमाल सरकार द्वारा चलाए जा रहे विकास कार्यों में बाधा पहुंचाने के लिए भी किया जाना था। पुलिस का मानना है कि पैसे पकड़े जाने से नक्सलियों (Naxalites) की फंडिंग को बड़ा झटका लगा है। आपको बता दें कि इस मामले में पुलिस ने दोनों ड्राइवरों औऱ कॉन्ट्रैक्टरों पर UAPA (Unlawful Activities Prevention Act) के तहत मुकदमा दर्ज किया है।