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Chhattisgarh: वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार पहुंचे राजनांदगांव, नक्सलवाद को लेकर की अहम बैठक

फाइल फोटो।

वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार (K Vijay Kumar) ने जवानों का मनोबल बढ़ाते हुए पुलिस अधिकारियों को डटकर नक्सलियों का मुकाबला करने के लिए कहा।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) से नक्सवाद (Naxalism) को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार भी पूरी तरह कमर कस चुकी है। इसी को लेकर वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार (K Vijay Kumar) 9 दिसंबर को धुर नक्सल प्रभावित राजनांदगांव पहुंचे।

उन्होंने राजनांदगांव सहित महाराष्ट्र के सीमावर्ती जिलों में नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों की जानकारी ली। उन्होंने महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के पुलिस अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की। इस दौरान दोनों राज्यों की फोर्स द्वारा संयुक्त रूप से अभियान चलाए जाने की रणनीति पर भी चर्चा हुई।

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राजनांदगांव पुलिस कंट्रोल रूम में हुई इस बैठक में पैरामिलिट्री फोर्स बीएसएफ, आईटीबीपी और एसएसबी के अधिकारी हुए। बैठक में दुर्ग रेंज के आईजी विवेकानंद सिन्हा, राजनांदगांव एसपी डी श्रवण सहित कवर्धा, गढ़चिरौली और गोंदिया के पुलिस अफसर भी मौजूद रहे।
जानकारी के अनुसार, कई घंटे तक चली इस बैठक में नक्सल ऑपरेशन को लेकर चर्चा की गई है।

वहीं, नक्सल प्रभावित इलाकों में खुले नए कैंपों और वहां की गतिविधियों की जानकारी अधिकारियों ने वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार को दी। वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार (K Vijay Kumar) ने अधिकारियों से नक्सल प्रभावित इलाकों का अपडेट भी लिया। दुर्ग आईजी विवेकानंद सिन्हा, राजनांदगांव एसपी डी श्रवण ने उन्हें अपनी रणनीति बताई।

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अधिकारियों की मानें तो यह छत्तीसगढ़ में नक्सल मोर्चे पर रणनीति को लेकर बेहद अहम बैठक थी। वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार (K Vijay Kumar) ने जवानों का मनोबल बढ़ाते हुए पुलिस अधिकारियों को डटकर नक्सलियों का मुकाबला करने के लिए कहा।

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बता दें कि राजनांदगांव जिला छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र- मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित होने के चलते यहां नक्सली किसी भी वारदात को अंजाम देकर दूसरे राज्यों में आसानी से प्रवेश कर जाते हैं। इसलिए यह नक्सलियों का सेफ जोन माना जाता है। हालांकि, राजनंदगांव में नक्सल मोर्चे पर पुलिस ने पिछले कुछ समय में कई सफलताएं हासिल की है।