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पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद हुए चारों जवानों को सेना ने दी श्रद्धांजलि, पैतृक गांव भेजे गए पार्थिव शरीर

शहीद हवलदार हरधन चंद्र रॉय की उम्र महज 38 साल थी और उन्होंने 2001 में सेना (Indian Army) ज्वाइन की थी। वह असम के धुबरी जिले के फुटकीबारी तहसील के रहने वाले थे और उनके परिवार में केवल एक बेटा और पत्नी है।

नई दिल्ली: 13 नवंबर को जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से हुई गोलीबारी में शहीद हुए चारों जवानों को रविवार सुबह सेना (Indian Army) ने श्रद्धांजलि दी। इन चारों जवानों का नाम हवलदार हरधन चंद्र रॉय, नायक सताई भूषण रमेशराव, गनर सुबोध घोष और सिपॉय जेआर रामचंद्र था।

बीते शुक्रवार को पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ते हुए सीमा से सटे जम्मू कश्मीर के कई सेक्टर्स में फायरिंग की थी। इस फायरिंग में 4 जवान घायल हुए थे, जिन्हें हॉस्पिटल भी ले जाया गया, लेकिन उनकी जान बचाई ना जा सकी और वह शहीद हो गए।

शहीद हवलदार हरधन चंद्र रॉय की उम्र महज 38 साल थी और वह असम के धुबरी जिले के फुटकीबारी तहसील के रहने वाले थे। 2001 में उन्होंने सेना (Indian Army) ज्वाइन की थी और उनके परिवार में केवल एक बेटा और पत्नी है।

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शहीद गनर सुबोध घोष केवल 22 साल के थे। वह पश्चिम बंगाल के नडिया जिले के तेहट्टा तहसील के रहने वाले थे। उन्होंने साल 2017 में सेना ज्वाइन की थी। उनके परिवार में पत्नी और माता-पिता हैं।

शहीद नायक सताई भूषण रमेशराव केवल 28 साल के थे। वह महाराष्ट्र के नागपुर जिले के कोतल गांव के रहने वाले थे। उन्होंने 2011 में आर्मी ज्वाइन की थी। उनकी शादी नहीं हुई थी और उनके घर में भी उनके माता-पिता हैं।

शहीद सीपॉय जेआर रामचंद्र महज 20 साल के थे। उन्होंने बीते साल ही सेना ज्वाइन की थी। उनके परिवार में उनके माता-पिता हैं।