शकीना की हालत को देखते हुए गांव की आशा कर्मचारी शमशदा ने भारतीय सेना (Indian Army) के मेजर मुकेश को कॉल करके मदद मांगी।
भारतीय सेना (Indian Army) की दरियादिली के किस्से हम आए दिन सुनते रहते हैं। हमारी सेना दुश्मनों से सरहद की रक्षा तो करती ही है, देश की आम जनता की हर संभव मदद के लिए भी सेना हर पल तत्पर रहती है। हाल ही में सेना ने ऐसा ही एक नेक काम किया है जिसने हर किसी के दिल को छू लिया है।
दरअसल, जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के कुपवाड़ा (Kupwara) जिले में भारी बर्फबारी (Snowfall) से लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। बर्फबारी और बारिश की वजह से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। ऐसी स्थित में वहां के लोग ना केवल सेना पर भरोसा कर रहे हैं, बल्कि उन्हें पता है कि सेना तक खबर पहुंची तो उन्हें हर तरह की परिस्थितियों में मदद मिल जाएगी।
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ऐसी ही मदद सेना ने भारी बर्फबारी के बीच गर्भवती महिला (Kashmiri Pregnant Lady) शकीना बेगम और उनकी गर्भ में पल रही बच्ची की जान बचा कर की है। सेना के जवान शकीना के लिए देवदूत बनकर आए। कुपवाड़ा जिले के नुनवानी गांव में शकीना बेगम नाम की एक महिला को प्रेगनेंसी के दौरान अचानक पेट में तेज दर्द हुआ।
गर्भवती महिला को नुनवानी गांव से कुपवाड़ा जिले के कलारोस अस्पताल ले जाना था। इसके लिए परिजनों ने एंबुलेंस को कॉल किया, लेकिन भारी बर्फबारी होने की वजह से एंबुलेंस वहां तक नहीं पहुंच पा रहा था। शकीना की स्थिति को देखते हुए गांव की आशा कर्मचारी शमशदा ने भारतीय सेना (Indian Army) के मेजर मुकेश को कॉल करके मदद मांगी।
इंडियन आर्मी के मेजर मुकेश ने तत्काल मौके के लिए भारतीय सेना की जिप्सी को दवाइयों के साथ रवाना कर दिया। संकरी सड़क और बर्फबारी की वजह से सेना की जिप्सी भी गर्भवती महिला के घर तक नहीं पहुंच पाई। जिसके बाद सेना के जवानों ने पहले शकीना को चारपाई पर लिटाया।
इसके बाद चारपाई को सेना के जवानों ने कंधे पर रखकर बर्फ से भरी सड़क पर 300 मीटर तक पैदल चलते हुए गर्भवती महिला को सुरक्षित जिप्सी तक पहुंचाया। इसके बाद शकीना बेगम को सेना के जवान जिप्सी से कलारोस अस्पताल ले आए, जहां पर उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया।
सेना के जवानों केइस नेक काम के बाद शकीना बेगम के पति अल्ताफ कील्ला ने शुक्रिया अदा करते हुए कहा, “अगर समय पर सेना के जवान नहीं पहुंचते और शकीना को चारपाई से जिप्सी तक नहीं पहुंचाते तो मां और बच्चे दोनों गंभीर खतरे में पड़ सकते थे। मैं भारतीय सेना को तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं।”