Indian Navy को है स्कॉर्पिन क्लास की चौथी पनडुब्बी ‘वेला’ का इंतजार, इस साल के आखिर तक हो सकती है जंगी बेड़े में शामिल

भारतीय नौसेना (Indian Navy) के जंगी बेड़े में स्कॉर्पिन क्लास सबमरीन आईएनएस करंज (INS Karanj) शामिल हो गया है। यह स्कॉर्पिन श्रेणी की तीसरी पनडुब्बी है।

Indian Navy

INS Vela

आईएनएस करंज (INS Karanj) के नौसेना (Indian Navy) में शामिल होने के बाद माना जा रहा है कि आईएनएस वेला (INS Vela) भी इस साल के अंत तक नेवी को मिल सकती है।

भारतीय नौसेना (Indian Navy) के जंगी बेड़े में स्कॉर्पिन क्लास सबमरीन आईएनएस करंज (INS Karanj) शामिल हो गया है। यह स्कॉर्पिन श्रेणी की तीसरी पनडुब्बी है। फ्रांस की मदद से मझगांव डॉकयार्ड लिमिटेड यानी एमडीएल ने स्कॉर्पिन क्लास की इस तीसरी पनडुब्बी का निर्माण किया है। इस पनडुब्बी को फ्रांसीसी नौसेना निर्माण दिशा और स्पेनिश नर्वांटया के सहयोग से विकसित किया गया था।

यह एक डीजल इलेक्ट्रिक अटैक पनडुब्बी है। स्कॉर्पिन क्लास की पहली दो पनडुब्बी, आईएनएस कलवरी (INS Kalvari) और आईएनएस खंडेरी (INS Khanderi) पहले ही भारतीय नौसेना के जंगी बेड़े में शामिल हो चुकी हैं और समंदर में ऑपरेशनली तैनात हैं।

चौथी पनडुब्बी वेला (INS Vela) का समुद्री ट्रायल चल रहा है। पांचवी पनडुब्बी वागिर (INS Vagir) को भी समंदर में लॉन्च कर दिया गया है। स्कॉर्पिन क्लास की छठी सबमरीन वगशीर (INS Vagsheer) मझगांव डॉकयार्ड में बननी शुरू हो गई है।

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बता दें कि भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने साल 2005 में प्रोजेक्ट-75 के तहत फ्रांस के साथ छह स्कॉर्पिन पनडुब्बियां बनाने का करार हुआ था। हालांकि, साल 2012 तक नौसेना को पहली सबमरीन मिल जानी चाहिए थी, लेकिन पहली स्कॉर्पिन क्लास पनडुब्बी, आईएनएस कलवरी साल 2017 में ही भारतीय नौसेना को मिल पाई थी। वहीं, आईएनएस खंडेरी साल 2019 में नौसेना की जंगी बेड़े में शामिल हुई थी।

वहीं, बीते 10 मार्च यानी बुधवार को आईएनएस करंज के शामिल होने के बाद माना जा रहा है कि आईएनएस वेला भी इस साल के अंत तक नौसेना (Indian Navy) को मिल सकती है।

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गौरतलब है कि वर्तमान समय में भारत के पास 9 सिंधुघोष क्लास या किलो क्लास डीजल इलेक्ट्रिक पनडुब्बियां हैं। इन पनडुब्बियों का निर्माण रूस के रोसवुरुसहेनी एवं भारतीय रक्षा मंत्रालय के बीच हुए समझौते के अंतर्गत किया गया है।

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इसके अलावा चार अन्य पनडुब्बियां जर्मनी द्वारा निर्मित शिशुमार क्लास डीजल इलेक्ट्रिक पनडुब्बियां है। वर्तमान समय में परमाणु पनडुब्बी आईएनएस चक्र को दुनिया की सबसे शक्तिशाली पनडुब्बियों में से एक माना जाता है।

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