चीन की कठपुतली पाकिस्तान के वजीरे-आलम इमरान खान ने नए साल में भारत पर आतंकी हमले (Terror Attack) की कमान अपने हाथ में ले ली है। खुफिया सूत्रों की माने तो पाक पीएम अपनी कुर्सी बचाने के लिए ड्रैगन के इशारे पर आतंकी संगठन लश्कर–ए–तय्यबा और जैश–ए–मोहम्मद के प्रमुख से पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई की निगरानी में बैठक की और भारत पर पठानकोट जैसे आतंकी हमले का प्लॉन तैयार किया। टारगेट पर जम्मू– कश्मीर और पंजाब के साथ आसपास के राज्यों के सैन्य प्रतिष्ठान‚ सुरक्षाबल और धार्मिक स्थल हैं। भारतीय खुफिया विभाग ने सरकार को इस से संबंधित रिपोर्ट सौंपी है, इसके बाद भारतीय सेना और सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर रखे गये हैं।
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खुफिया सूत्रों की माने तो लश्कर–ए–तय्यबा और जैश–ए–मोहम्मद के आतंकी भारतीय सुरक्षा संस्थानों और सुरक्षाबलों पर पठानकोट जैसे आतंकी हमले (Terror Attack) करने की साजिश की फिराक में हैं। चीन भारत से गलवान का बदला लेना चाहता है। इसके लिए उसने पाकिस्तानी आतंकियों के लिए अपनी तिजोरी खोल दी है‚ साथ ही हाईटेक हथियार और ड्रोन भी दे रहा है। आतंकी पठानकोट जैसे आतंकी हमले के लिए बामियाल अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर के जरिए घुसपैठ कर सकते हैं।
वहीं पठानकोट में एक सैनिक छावनी पर आतंकी हमले (Terror Attack) के बारे में जानकारी मिलने के बाद हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। पाकिस्तान सेना और रेंजरों का उद्देश्य कश्मीर घाटी और पंजाब में इन लश्कर और जैश जैसे आतंकी संगठनों को एक साथ लाना है ताकि समन्वित आतंकी हमलों को अंजाम दिया जा सके। इन संगठनों को एक साथ लाने के लिए नवम्बर से पीओके में चीन‚ आईएसआई‚ पाकिस्तानी सेना और आतंकियों के बीच बैठकों का दौर चला। हथियारों की खेप को भारत में पाकिस्तान के नारोवाल क्षेत्र से लेकर पंजाब में डेरा बाबा नानक तक ड्रोन का उपयोग कर तस्करी किए जाने की संभावना है। खुफिया रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि इस खेप के आतंकी गतिविधियों के लिए आगे जम्मू-कश्मीर और पंजाब ले जाने की संभावना है।