Hindi News (हिंदी समाचार), News in Hindi, Latest News In Hindi

LAC पर चीन बढ़ा रहा अपनी ताकत, भारतीय सीमा के पास सैनिकों के लिए बना रहा स्थायी इमारतें और शिविर

File Photo

चीन, LAC पर भारतीय क्षेत्रों के पास लंबे समय तक रहने की तैयारी कर रहा है। भारतीय एजेंसियों ने सीमावर्ती क्षेत्रों के पास स्थायी कंक्रीट की इमारतों के साथ नए सैन्य शिविर देखे हैं।

चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। एलएसी (LAC) पर वह अपनी ताकत बढ़ा रहा है। खबर आई है कि अब ड्रैगन एलएसी (LAC) पर सैनिकों के लिए स्थायी बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है। बीते एक साल से LAC पर जारी तनाव के बीच चीन ने अपने सैनिकों के लिए स्थायी कंक्रीट ढांचे का निर्माण शुरू कर दिया है।

इससे जाहिर होता है कि चीन LAC पर भारतीय क्षेत्रों के पास लंबे समय तक रहने की तैयारी कर रहा है। भारतीय एजेंसियों ने सीमावर्ती क्षेत्रों के पास स्थायी कंक्रीट की इमारतों के साथ नए सैन्य शिविर देखे हैं।

झारखंड: गुमला में पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़, 15 लाख का इनामी नक्सली बुधेश्वर उरांव ढेर

सरकारी सूत्रों के मुताबिक, ऐसा ही एक शिविर उत्तरी सिक्किम के नकुल इलाके से बमुश्किल कुछ किलोमीटर की दूरी पर देखा गया है। इस तरह की इमारतें पूर्वी लद्दाख के साथ-साथ अरुणाचल प्रदेश में भारतीय क्षेत्रों के बहुत करीब के क्षेत्रों में बनाई गई हैं।

नई इमारतों और शिविरों को हर संभव आधुनिक सुविधाओं के साथ लैस किया जा रहा है। इसके साथ ही पिछले कुछ सालों में चीन ने सड़क के बुनियादी ढांचे को हाईटेक किया है। सूत्रों के मुताबिक, सीमाई इलाकों में इन स्थायी संरचनाओं के बनने से किसी भी स्थिति पर जवाब देने की चीनी क्षमता में अब काफी सुधार हुआ है।

छत्तीसगढ़: मुठभेड़ में मारे गए नक्सली की जेब से मिले पत्र से सामने आया नक्सलियों का असली चेहरा, लिखी थी ये बात

दरअसल, चीनी सैनिकों को फॉरवर्ड इलाकों में ज्यादा सर्दी के साथ ही और भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन इस तरह के ढांचे के निर्माण से चीन अपने सैनिकों को भारतीय क्षेत्र के करीब तैनात कर सकेगा।

ये भी देखें-

हालांकि, भारतीय एजेंसियां ​​चीनी की इन गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही हैं। साथ ही भारतीय सेना भी पूरी तरह मुस्तैद है। 14 जुलाई को हा सेना ने कहा था कि वह चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की गतिविधियों की निगरानी कर रही है। इस क्षेत्र में चीनी सैनिकों की आवाजाही पर भी नजर रखा जा रहा है।