छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दंतेवाड़ा जिले के गमपुर के जंगलों में 19 मार्च को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ (Naxal Encounter) हुई। इस मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया। जानकारी के मुताबिक, सर्चिंग के लिए जंगलों में घुसी जवानों की टीम ने एनकाउंटर कर कुख्यात इनामी नक्सली (Naxali) बदरू माड़वी को ढेर कर दिया।
IED बनाने में एक्सपर्ट था बदरू: बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में मारा गया नक्सली गंगालूर एरिया कमिटी का मेडिकल टीम प्रभारी था। वह आईईडी (IED) बनाने में भी एक्सपर्ट था। बदरू के सिर पर प्रशासन की ओर से 2 लाख का इनाम घोषित था। जानकारी के अनुसार, पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी कि गमपुर में कुख्यात नक्सलियों पापाराव, चैतू, विनोद, देवा, विद्या आदि मौजूद हैं। इस सूचना के आधार पर 18 मार्च की रात CRPF और DRG के जवान सर्चिंग पर निकले थे।
300 जवानों की टीम की हुई नक्सलियों से भिडंत: 19 मार्च की सुबह लगभग 7.30 बजे करीब 300 जवानों की टीम की भिडंत नक्सलियों (Naxalites) के साथ हो गई। इस मुठभेड़ (Naxal Encounter) में नक्सलियों ने 100 राउंड फायर किए। वहीं, जवाब में जवानों की ओर से 250 राउंड फायर किए गए। इस मुठभेड़ में जवानों ने एक इनामी नक्सली को मार गिराया। बता दें कि जिले में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है।
चारों ओर फैले थे नक्सलियों के संतरी: DRG के आरआई वैभव मिश्रा के मुताबिक, “गमपुर-बड़ेपल्ली के जंगलों में 30-35 नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर जवानों की 10 टीमें सर्चिंग पर निकली थीं। इलाके में नक्सलियों के संतरी फैले हुए थे। सुरक्षाबलों के पहुंचते ही संतरियों ने नक्सलियों को हमारे आने की सूचना दे दी और नक्सली भागने लगे। जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई। हमने नक्सलियों को चारों ओर से घेरने की कोशिश की।”
मुठभेड़ के बाद जवानों ने मनाया टीम लीडर का बर्थ-डे: मुठभेड़ के अगले दिन यानि 20 मार्च को बड़ेपल्ली के जंगल में बैठकर जवानों ने टीम लीडर का बर्थ-डे मनाया। जवानों ने बताया, “टीम लीडर आरआई वैभव मिश्रा का जन्मदिन था। हमने तय किया था कि इस बार ऑपरेशन में सफलता हासिल करेंगे और टीम लीडर का जन्मदिन भी जंगल में ही मनाएंगे। एनकाउंटर वैभव के नेतृत्व में हुआ था।” ऑपरेशन पर गए जवानों ने बड़ेपल्ली के जंगलों में केक काटकर टीम लीडर के जन्मदिन और सफल ऑपरेशन की खुशी मनाई।
3 महिला कमांडोज ने भी संभाला था मोर्चा: गमपुर के जंगलों में 19 मार्च को हुई नक्सली मुठभेड़ (Naxal Encounter) में दंतेश्वरी फाइटर्स की 3 महिला कमांडोज ने पहली बार नक्सलियों से सीधा मुकाबला किया। कमांडो भगवती सिन्हा, सी कुमारी वट्टी और विमला मंडावी ने इस मुठभेड़ में लगभग 7 राउंड फायर किए।
मिलेगा बहादुरी का इनाम: इन तीनों महिला जांबाजों का नाम आउट ऑफ टर्न प्रमोशन के लिए भेजा जाएगा। एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने इन महिला जवानों का हौसला बढ़ाया है। बता दें कि एंटी नक्सल ऑपरेशन में महिला कमांडोज की टीम बैकअप के लिए या फिर दूसरे नंबर की टीम होती है। इस ऑपरेशन में भी 20 महिला कमांडोज की टीम गई थी। लेकिन इनमें से तीन महिला कमांडोज लीडिंग टीम में थी।
‘जंग के मैदान में मरना है, मारना है’: पहली बार नक्सली मुठभेड़ (Naxal Encounter) में शामिल हुईं महिला कमांडोज ने बताया, “18 मार्च की रात अचानक पता चला कि ऑपरेशन पर निकलना है। हम कोर टीम में शामिल हुए। डीआरजी के लीडर वैभव मिश्रा के नेतृत्व में हम जंगल में घुसे। पहले थोड़ी घबराहट थी। जब मुठभेड़ शुरू हुई तो हमने भी जवाब में गोलियां चलाईं। जंग के मैदान में लगता है मरना है, मारना है, लेकिन भागना नहीं है।”