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3 इनामी समेत 25 नक्सली सहयोगी पहुंचे दंतेवाड़ा कलेक्टर के पास, कहा- नक्सलवाद छोड़ जीना चाहते है आम जिंदगी…

दंतेवाड़ा जिले में 3 इनामी सहित 25 नक्सली सहयोगियों ने आत्मसमर्पण कर दिया।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत चलाए जा रहे ‘लोन वर्राटू अभियान’ (घर वापसी अभियान) में प्रशासन को एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है। इस अभियान के तहत 8 जुलाई की सुबह जिले के कुंआकोंडा इलाके के 3 इनामी सहित 25 नक्सली सहयोगियों (Naxali Associates) ने आत्मसमर्पण कर दिया।

ये सभी गांवों में रहकर नक्सलियों की मदद कर रहे थे। ये लोग नक्सलियों तक पुलिस की जानकारी पहुंचाना, सड़कें काटना, बम लगाना और हथियार लूटने के अलावा कुछ ग्रामीणों की हत्या करने जैसी वारदातों में शामिल रहे हैं। इनमें 4 महिलाएं भी शामिल हैं। इन सभी पर कई मामले दर्ज हैं और पुलिस को इनकी तलाश थी।

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सरेंडर करने वालों में 1-1 लाख के तीन इनामी बुधराम तामो, मांझी बारसे और देवे सोढ़ी भी शामिल हैं। जिले के कलेक्टर दीपक सोनी, सीआरपीएफ के आईजी डीएन लाल और एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव की मौजूदगी में इन लोगों ने नक्सलवाद को छोड़ने, सड़कें ना काटने, सरकार की योजनाओं का लाभ लेने और बच्चों को स्कूल भेजने जैसी बातों की शपथ ली।

इन सभी को 10-10 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई। इसके अलावा, प्रशासन की ओर से इनके रोजगार के बंदोबस्त करने का आश्वासन भी दिया गया। बता दें कि बस्तर के दंतेवाड़ा जिले में एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव और कलेक्टर दीपक सोनी ने नक्सलियों (Naxalites) की कमर तोड़ने के लिए ‘लोन वर्राटू अभियान’ (घर वापसी अभियान) की शुरूआत की है।

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इस अभियान का मकसद नक्सलियों और नक्सल संगठनों की मदद कर रहे लोगों को मुख्यधारा से जोड़ना है। इस अभियान के तहत दंतेवाड़ा पुलिस जिले के छोटे-बड़े नक्सलियों (Naxals) और नक्सली सहयोगियों (Naxali Associates) के नाम और पहचान सार्वजनिक कर पोस्टर के माध्यम से ग्रामीणों से अपील कर रही है कि इनका आत्मसमर्पण कराएं।

‘लोन वर्राटू अभियान’ में दंतेवाड़ा पुलिस को लगातार सफलता भी मिल रही है। इस अभियान का ही नतीजा है कि जिले में अब तक 50 से अधिक नक्सलियों (Naxalites) और नक्सली सहयोगियों (Naxali Associates) ने पुलिस प्रशासन के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।