छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में 13 नक्सलियों ने ‘लोन वर्राटू’ अभियान के तहत 13 खूंखार नक्सलियों (Naxalites) ने सुरक्षाबलों के समझ आत्मसमर्पण कर दिया। जिसमें 11 पुरुष और दो महिला नक्सली भी शामिल हैं। साथ ही इन नक्सलियों में एक एक लाख के इनामी तीन नक्सिलयों ने भी मुख्यधारा से जुड़ने के लिए हथियार त्याग दिये।
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दंतेवाड़ा के एसपी अभिषेक पल्लव के अनुसार, नक्सलियों (Naxalites) को मुख्य धारा में लाने के लिए लोन वर्राटू अभियान चलाया है और इसके परिणाम भी काफी अच्छे आ रहे हैं। पिछले 7-8 महीनों में दंतेवाड़ा जिले में करीब 310 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जिनमें 77 के सिर पर सरकार ने इनाम घोषित कर रखा था।
गौरतलब है कि नक्सलियों को मुख्य धारा में लाने के लिए प्रशासन के लोन वर्राटू यानी घर वापसी अभियान के तहत सरेंडर करने वाले नक्सलियों (Naxalites) को उनका मनचाहा रोजगार दिया जाता है। साथ ही इस अंदरूनी ग्रामीण इलाकों और इनामी नक्सलियों के गांवों में उनके पोस्टर लगाकर सरेंडर करने की अपील की जाती है।
वहीं, दंतेवाड़ा प्रशासन की तरफ से नक्सलियों और ग्रामीणों के लिए एक और पहल की शुरुआत की गई है। जिसके तहत नक्सलियों (Naxalites) को ये आश्वासन दिया जाता है कि जिस गांव से 10 से ज्यादा नक्सली सरेंडर करेंगे, उन्हें सरकार की तरफ से खेती करने के लिए कृषि उपकरण, ट्रैक्टर आदि सामग्री उपलब्ध कराए जाएंगे। ताकि वो अपने परिवार का जीविकोपार्जन कर सकें।