बिहार के औरंगाबाद जिले में सीआरपीएफ (CRPF) के जवानों ने नक्सलियों (Naxalites) के बड़े हमले की साजिश को नाकाम कर दिया। सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए नक्सलियों ने औरंगाबाद के जंगलों में कई किलोमीटर तक एक साथ 64 आईईडी (IED) लगाया था। यदि यह IED विस्फोट हो जाता तो एक साथ सैकड़ों जवानों की जान जा सकती थी।
सीआरपीएफ (CRPF) की 205वीं कोबरा बटालियन और 153वीं बटालियन के जवानों ने 12 घंटे के लंबे सर्च ऑपरेशन के बाद सभी आईईडी (IED) को बरामद कर उन्हें निष्क्रिय कर दिया। जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों द्वारा आईईडी (IED) प्लांट किए जाने की खुफिया जानकारी सीआरपीएफ (CRPF) की इंटेलिजेंस यूनिट ने दी थी। जिसके बाद जवानों ने यह सर्च ऑपरेशन लॉन्च किया था।
सीआरपीएफ (CRPF) के अनुसार, बिहार के औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के सहियारी गांव के जंगलों से ये आईईडी (CRPF) बरामद हुई हैं। खुफिया सूचना मिलने के बाद सीआरपीएफ (CRPF) ने 23 मार्च सुबह पांच बजे इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। इस दौरान जवानों ने एक दूसरे से जुड़ी 64 आईईडी बरामद की।
अधिकारियों के अनुसार, इतनी बड़ी संख्या में लगाई गई आईईडी जवानों को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा सकती थी। IED को कई किलोमीटर के क्षेत्र में दबाया गया था। अगर इनमें से एक भी आईईडी फटती तो बाकी के सारे विस्फोटक भी तुरंत सक्रिय हो जाते। बहरहाल, सुरक्षाबलों ने समय रहते ही इन सभी आईईडी के बरामद कर निष्क्रिय कर दिया।