Surgical Strike: कमांडोज ने एक रात में ही 38 से ज्यादा आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया था। कई लॉन्च पैड्स को एक रात में ही तबाह कर दिया था।
भारतीय सेना (Indian Army) के कमांडोज बेहद ही खतरनाक और हर चुनौती का सामना करने में सक्षम होते हैं। कमांडोज का नाम सुनते ही दुश्मन की आत्मा तक कांप उठती है। कमांडोज अपने दम पर किसी भी बाजी को अपने नाम कर सकते है। बेहद ही कड़ी और घातक ट्रेनिंग के बाद ही एक कमांडो तैयार होता है।
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) में कमांडोज का इस्तेमाल किया था। इन कमांडोज ने बेहद ही सफलतापूर्व पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी पीओके में आतंकियों के कई लॉन्च पैड्स को एक रात में ही तबाह कर दिया था। भारतीय वीर कमांडोज ने एक रात में ही 38 से ज्यादा आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया था।
दरअसल, 18 सितंबर, 2016 को पाकिस्तान से आए आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में इंडियन आर्मी के कैंप पर हमला किया था, जिसमें 18 जवान शहीद हो गए थे। इससे देशभर में गुस्से की लहर दौड़ रही थी जिसका बदला 28-29 सितंबर, 2016 की रात को ले लिया गया था।
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आतंकवाद से लड़ने के लिए खासतौर पर प्रशिक्षित ब्लैक कैट कमांडो या एनएसजी कमांडो (NSG Commandos) को तैनात किया जाता है। कमांडोज फोर्स के लिए भी कई चरणों में चुनाव होता है। कमांडोज को आग के गोल और गोलियों की बौछारों के बीच ट्रेनिंग दी जाती है।